धर्मनिर्पेक्ष आतंकवादियों द्वारा रचे जा रहे हिन्दूविरोधी-देशविरोधी षडयन्त्रों को उजागर करने की कोशिश। हमारा मानना है कि भारत में कानून सांप्रदाय,जाति,भाषा,क्षेत्र,लिंग अधारित न बनाकर भारतीयों के लिए बनाए जाने चाहिए । अब वक्त आ गया है कि हिन्दूमिटाओ-हिन्दूभगाओ अभियान चलाने वाले भारतविरोधी धर्मनिर्पेक्ष आतंकवादियों को उनके समर्थकों सहित खत्म करने के लिए सब देशभक्तों द्वारा एकजुट होकर निर्णायक अभियान चलाया जाए।
गुरुवार, 13 मई 2010
क्या आप उस अंग्रेज का नाम जानते हैं जिसे नवीन जिंदल,वीरभद्रसिंह व सत्यब्रत चतुर्वेदी जी ने भारतीय असमिता की रक्षा की खातिर तमाचा मारा?(छोटा सा प्रश्न)
आज जब कांग्रेस हिन्दूविरोध और गद्दारी की सारी हदें पार कर चुकी है तब भी ऐसे बहादुर लोग हैं जो समय-समय पर गद्दार-हिन्दूविरोधी कांग्रेसियों को उनकी औकात दिखा देते हैं वेशक ये देसभक्त इसके परिणामस्वारूप गद्दारों की सरदार.... के गुस्से का सिकार बनते हैं।
गोत्र हिन्दु समाज के एक बड़े हिस्से की समाजिक बयाबस्था का आधार है।गोत्र को मानने वालों की जनशंखया पोप को मानने वालों की जनशंख्या से कहीं अधिक है फिर पोप की मृत्यु पर भारत में तीन दिन तक शोक रखने वाला सेकुलर गिरोह हिन्दूओं की इस परम्परा को जबरदस्ती मिटाने की कोशिस कर रहा है जिसमें उसकी प्रेणास्त्रोत इटालियन अंग्रेज है क्योंकि अंग्रेजों की संसकृति पशुओं से मिलती-जुलती है इसलिए हीनता की भावना की सिकार ये अंग्रेज हिन्दूओं की हर उस परमपरा को खत्म कर देना चाहती है जो हिन्दूओं को सभ्यतम समाज का दर्जा दिलवाती है।इसीवीच नवीन जिंदल जी ने सच्चाई का समर्थन कर इस अंग्रेज के मुंह पर एक ऐसा तमाचा मारा जिसकी धमक ये अंग्रेज कई दिनों तक महसूस करेगी। वेशक इसके परिणासवारूप नवीन जिंदल जी पर दबाब बनाया जा रहा है।
ऐसा ही कुछ सत्यब्रत चतुर्वेदी जी ने तब किया था जब उन्होंने शहीद मोहनचन्द शर्मा का अपमान करने वाले अमर सिंह को गद्दार कहा था बासतब में अमर सिंह वो कर रहे थे जो ये अंग्रेज करवा रही थी प्रमाण है आज गद्दार अमर सिंह का ही काम गद्दार दिगविजय सिंह कर रहे हैं इसी अंग्रेज का सरेआम नाम लेकर और इसी की कृपा से महासचिब पद पर बरकरार हैं। परन्तु देशभक्ति की बात करने केपरिणाम सवारूप इस अंगेर्ज ने सत्याव्रत चतुर्वेदी जीको पार्टी के प्रवक्ता पद से हटा दिया था।
इस अंग्रेज को एक तमाचा तब भी पड़ा था जब बीरभद्र सिंह जी ने हिमाचल में इस अंग्रज के इसारे पर चलाए जा रहे धर्मांतरण अभियान पर धर्म सवातन्त्रता विधेयक पारित कर नकेल कस दी थी परिणामसवारूप बीरभद्र सिंह जी को योजनबद्ध तरीके से चुनाब हरवारकर नेताविपक्ष तक नहीं बनने दिया गया था।
तो बताओ क्या है उस अंग्रेज का असली नाम ?
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10 टिप्पणियां:
जी हमें नहीं पता!हमारा साधारण ज्ञान थोडा कम ही है!ये तो आपको ही बताना पड़ेगा!
कुंवर जी,
बतायें...
भइया हम तो खुले आम कहेंगे, ये अंग्रेज तो सोनिया के सिवा कोई और हो ही नहीं सकता । आप इसी तरह से लेख जारी रखें। यह लडाई जारी रहनी चाहिये । हम हमेशा आपके साथ हैं ।
आन्नद जी हमने भारतीयों को बेबकूफ बनाने वाला छदम नाम नहीं असली नाम पूछा है
आप कितना भी पूछो नही बतायेगे नही बतायेगे नही बतायेगे
एक तो वो महिला फिर हमारे देश की बहू और उस पर भी विधवा. आपको कोई काम धाम भी है कि नही. एक तो उसके बिना बाप के बच्चे की शादी नही हो पा रही है और ऊपर से आप साफ़ साफ़ उसी का नाम पूछ रहे हो
हम तो नही बतायेगे कि वो सोनिया गान्धी है चाहे आप कितना भी इनाम रख लो
हा नही तो...... (अदा जी से साभार)
अब का हम ही ई बतावे कि शादी से पहले का नाम Edvige Antonia Albina Maino है जो tefano and Paola Maino के घर पैदा हुइ थी
अपने सब जागरूक हिन्दू भाईयों को छदम नाम की जगह इस अंग्रेज के इस असली नाम का ही उपयोग करना चाहिए ताकि हमें पता तो हो हम किसे गुलाम हैं
उन गद्दारों (जमाल, असलम, सलीम अयाज, सफत , इदरीसी, जीशान) का क्या? जो जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं. वन्दे मातरम् कहने में जिनकी---------- फटती है
पहले इनसे तो निपट लो
उन गद्दारों (जमाल, असलम, सलीम अयाज, सफत , इदरीसी, जीशान ) का क्या? जो जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं. वन्दे मातरम् कहने में जिनकी---------- फटती है
पहले इनसे तो निपट लो
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