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मोदीराज लाओ

मोदीराज लाओ
भारत बचाओ

रविवार, 28 अप्रैल 2013

क्या सरबजीत सिंह जी को हलाल नहीं किया गया?


मेरे प्यारे हिन्दू भाई-बहन-मित्र-यार व सेकुलर विरोधी सबकेसब बहुत भोले हैं 1000 वर्ष से इसामलिक जानवरों के हाथों अत्याचार और दुराचार झेलने के बाद आज भी इन इसलामिक राक्षसों से इनसानियत की उम्मीद रखते हैं इसीलिए इन जानवरों के पक्ष में वोलने के लिए सेकुलर हिन्दू हमेशा त्यार रहते हैं और अब तो भाजपा व हिन्दू संगठनों के भी अधिकतर नेता व बहुत से कार्यकर्ता हमें ये समझाते फिरते हैं कि ये मुसलमान जानबर नहीं इनसान हैं हम उनसे ये जानना चाहते हैं कि जब कसाब हमारे यहां था तो कितनेवार उस पर हमला हुआ जबाब एकवार भी नहीं कितने ही इसलामिक गुण्डे हमारी जेलों में कितनों पर आज तक हमले हुए किसी पर भी नहीं लेकिन हमारे ऐसे शहीदों के हम हजारों नाम गिना सकते हैं जिनको इन इसलामिक गुण्डो ने हलाल किया मतलब अंगभंग कर या तड़फा-तड़फा कर मारा जिस तरह ये इसलामिक गुण्डे हमारी गऊ माता को हमारी ही सरजमी पर हमारे ही सामने हमारे ही टुकड़ों पर पलकर व हमारी ही दया कहो या कार्यता या फिर मूर्खता की बजह से जिन्दा रहकर ।हाल ही में मिली हमारे सैनिकों की सरकटी लाश तो आपको अच्छी तरह याद होगी ही फिर भी किसी भी लेखक या पत्रकार या फिर आम इनसान ने ये आबाज नहीं उठाई कि सरबजीत सिंह को इसलामिक गुष्डो ने वहां की सरकार के सहयोग से हलाल किया पहसे उसके गले व शरीर के वाकी हिस्सों में कट लगाए गए फिर उसके सिर पर इटों-पत्तथरों से प्रहार किए गए फिर उसके शरीर को भी मारा गया ठीक उसी तरह जिस तरह ये गऊ माता को हलाल करते वक्त पहले उसके गले में कट लगाते हैं फिर उसके शरीर पर तब तक प्रहार करते हैं जब तक गऊ माता के शरीर से उसकी खाल अलग न हो जाए फिर भी हमारे ही अपने हमें कहते हैं कि हम इन इसलामिक राक्षसों की असलियत लिखकर उनका विरोध कर रहे हैं सच कहें तो हमारा मानना साफ है कि बिना इसलाम को संसार से खत्म किए मानबता की रक्षा करना मुसकिल ही नहीं वल्कि असम्भव है लेकिन भारत की सरजमी से इसलाम का नमोनिसान तब तक नहीं मिटाया जा सकता जब तक हमारे सब प्यारे हिन्दू भाई-बहन-मित्र-यार व सेकुलर विरोधी इसलाम की इस राक्षसी प्रवृति को अच्छी तरह नहीं पहचान लेते अफसोस 1000 वर्ष से इन राक्षसों के जुल्मों जियादती की लाखों दास्तानों को देखने सुनने के बाद भी--- भारत के 5-5 टुकड़े होने के बाद भी---कशमीरघाटी में 60000 हिन्दूओं के कत्ल के बाद भी---व 500000 हिन्दूओं के वेघर होने के बाद भी …आसाम में लगातार इन जानवरों के हमलों के बाद भी----पूरे भारत में इन राक्षसों द्वारा हाल ही के वर्षों में 50000 आतंकवादी हमलों के बाद भी हमारे प्यारे हिन्दू भाई-बहन-मित्र-यार व सेकुलर विरोधी इसलाम की असलियत वोलने समझने-समझाने में संकोच करते हैं अब आप ही बताओ मानबता की रक्षा हो तो कैसे ….भारतीयों की सुरक्षा हो तो कैसे भारत बचे तो कैसे?

गुरुवार, 25 अप्रैल 2013

ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम:


ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते नम: ओउम हनुमते 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बुधवार, 24 अप्रैल 2013

भाजपा को अगर सच में सेकुलर बनना है तो उसे भी वही करना होगा जो Congress,SP,CPM,JDU TMC,NCP , NC, PDP कर रहे हैं वरना मोदी के अलाबा कोई और विकल्प नहीं...सन्दर्भ गोरखपुर धमाका


मित्रों आज घर आते ही IBN7 पर समाचार सुना कि उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार ने SDM को आदेश दिए हैं कि वो कोर्ट में जाकर हलफ़नामा दें कि गोरखपुर में बम विस्फोट कर दर्जनों परिवारों का कातिल निर्दोष है मतलब समाजवादी पार्टी(SP) वही कर रही है जो काँग्रेस(Congress) की सरकार ने दिल्ली में आतंकवादी हमले के दोश में पकड़े गए केमिकल इंजीनियर को ये कहते छोड़ दिया था कि इतना पढ़ा लिखा शांतिप्रिय कौम का जेहादी किसी का कत्ल नहीं कर सकता और बाद में उसी केमिकल इंजीनियर ने दिल्ली में धनतेरस के दिन बम हमले कर सैंकड़ो निर्दोश भारतीयों का कत्ल कर व हजारों को घायल कर अपनी शांतिप्रिय कौम का सही परिचय सब सेकुलर हिन्दूओं को करवाया...ऐसा नहीं कि सिर्फ Congress और SP ही ये सब कर रहे हैं इससे पहले कोयमबटूकर में सैंकड़ो निर्दोस हिन्दूओं का कत्ल करने वाले मदनी को भी केरल विधान सभा में वामपंथियों(CPM) व काँग्रेस द्वारा मिलकर कानून बनाकर छोड़ा जा चुका है जिसे बाद में बंगलौर में हुए बम हमलों के लिए गिर्फतार किया कर्नाटक की भाजपा सरकार ने जिसकी बजह से आज सारा सेकुलर गिरोह कर्नाटक की भाजपा सरकार को उखाड़ फैंकने पर तुला हुआ है जिसमें सेकुलर मिड़ीया खासकर NDTV अपनी खास भूमिका निभा रहा है क्योंकि उसे मोदी जी व भाजपा को बदनाम करने के लिए केन्द्र सरकार से 200 करोड़ का पैकेज मिला है । रही बात JDU की तो JDU भी शांतिप्रिय कौम से जुड़े आतंकवादियों की मदद करने में किसी भी तरह से पीछे नहीं है जब मुमबई में 50000 शांतिप्रिय जिहादियों ने हर तरफ दंगा फैलाकर महिला पुलिस वालों को आपना सिकार बनाया व भारत के लिए लड़ रहे व शहीद हुए सैनिकों को सम्मान देने के लिेए बनाई गई अमर जवान ज्योति को लात मारकर तोड़कर भारत के रक्षकों के प्रति इस शांतिप्रिय कौम ने अपनी भारतविरोधी मानसिकता को जगजाहिर किया तो JDU दंगा फैलाकर अमर जवान ज्योति को तोडने वाले जिहादियों के साथ खड़ा नजर आया और बिहार के सेकुलर मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने मुम्बई पुलिस को धमकी दी कि अगर अमर जवान ज्योति को तोड़ने वाले आतंकवादी को पकडने की कोशिश की गई तो मुंमबई पुलिस के अधिकारियों को पकडकर जेल में डाल दिया जाएगा गनीमत है कि नितीश ने जिन्दगी और मौत के वीच झूल रही मासूम के आरोपी बालतकारी परवेज खान को पकडने का विरोध नहीं किया...भाजपा भी धीर-धीरे अपने कदम सैकुलर होने की ओर बढ़ा रही है भाजपा ने कर्नाटक में मदरसों व मसजिदों के माध्यम से जिहादियों को आतंकवाद की शिक्षा देने वाले मौलवियों को केरल और वंगाल की तर्ज पर पगार(सेलरी) देना शुरू की।इससे पहले अटल विहारी बाजपेयी 2003 में लाखों उर्दू और अरबी शिक्षक रखने की घोषणा कर पहले ही भाजपा को देसभक्ति का कठिन मार्ग छोड़कर गद्दारी के आसासन मार्ग पर आगे बढ़ा चुके हैं परिणाम सबके सामने है भाजपा लगातार दो चुनाब हार चुकी है और मोदी जी के मामले पर मोदी के बजाए JDU के साथ खड़ा होकर तीसरा चुनाब हारने की पुरजोर कोशिश कर रही है हमारा आकलन है कि अगर मोदी जी को आगे किए विना भाजपा ने सेकुलर मतलब भारतविरोधी-हिन्दूविरोधी ऐजेडे के साथ चुनाब लड़ा तो भाजपा 100 का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाएगी और मोदी के नेतृत्व में देशभक्ति के ऐजेंडे के साथ चुनाब लडा तो 300 का आँकड़ा भी पार कर सकती है आगर किसी को सन्देह हो तो हमारे से शर्त लगा ले। मित्रो अपनी सोच विलकुल सपष्ट है कि सबकेसब मुसलमान आतंकवादी नहीं और न ही आतंकवादियों के समर्थक हैं लेकिन पिछले 1000 वर्ष के गुलामी काल से लेकर आजतक आम देसभक्त मुसलमान (वो मुसलमान जिसे आज भी याद है कि किस तरह बिदेशी आक्रमणकारी इसलामिक आतंकवादियों ने उनके पूर्बजों पर जुल्म ढाकर उनकी मां-बहन-बहू-बेटियों की इज्जत आबरू लूटकर उन्हें जबरदस्ती खून खराबे जुल्मोज्यादती की प्रतीक अरबी टोपी पहनाई थी ) को हमेशा ओबैसी, जाकिर नाइक जैसे आतंकवादियों की गुलामी में ही जीना पड़ा है परिणामस्वारूप भारत में बहुत कम ऐसे मुसलमान हैं जो अपना फैसला खुद कर सकते हैं जबतक इन मुसलमानों को उन मदरसों और मसजिदों जिनपर आतंकवादियों का कब्जा है से मुक्त नहीं करवाया जाता तबतक भाजपा को वही करना होगा जो Congress, SP, CPM, JDU, TMC,NCP , NC, PDP जैसी भारतविरोधी-हिन्दूविोधी पार्टियां कर रही हैं मतलब भाजपा को भी इसलामिक आतंकवादियों के हाथों मरवाकर हिन्दूओं को मारने वाले मुसलमानों को जेलों से छोड़कर उनकी जगह निर्दोश हिन्दूओं, साधु सन्तो, भारतीय सेना के जवानों और पुलिस के जवानों और अधिकारियों को जेलों में डालकर मुसलमानों को ये सन्देश देना होगा कि भाजपा भी हर हाल में भारतविरोधी आतंकवादियों के साथ है जैसा कि काँग्रेस नें मक्का मसजिद ,मालेगांव ,मडगांव और समझौता एक्सप्रैस में हमले करने वाले मुसलमानों को जेलों से छोड़कर उनकी जगह निर्दोश हिन्दूओं ,भारतीय सेना के जवानों और पुलिस के जवानों और अधिकारियों को जेलों में डालकर हिन्दू आतंकवाद-हिन्दू आतंकवाद चिल्लाना शुरू किया अगर भाजपा हिन्दूओं और भारत के साथ यही गद्दारी करने को त्यार है तभी बो सच्चे अर्थों में सेकुलर कहलवा सकती है और मुसलमानों के वोट हासिल कर सकती है वरना भाजपा के पास एक ही रास्ता है कि वो मोदी जी के नेतृत्व में चुनाब लड़ने की घोषणा कर सब भारतीयों खासकर हिन्दूओं को सुरक्षा की गारंटी देते हुए ये वायदा करे कि सेकुलर गद्दारों को सता से बाहर करने के बाद भारत में कानून सबके उपर समान रूप से लागू किया जाएगा किसी के साथ भी हिन्दू राष्ट्र भारत में जाति-भाषा-क्षेत्र-सांप्रदाय-लिंग के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा वरना न भारत बचेगा न भाजपा सिर्फ भारत में भारतविरोधी आतंकवादी और उनके समर्थक ही रहेंगे व राज करेंगे ठीक कशमीर घाटी की तरह...

मंगलवार, 23 अप्रैल 2013

वरना इस अराजकता के फलस्वारूप हथिरबन्द गृहयुद्ध के हालात तो लगातार बनते ही जा रहे हैं


समझ नहीं आता कि पुलिस को गाली देने वाले सेकुलर गद्दारों की टोली में देशभक्त भी कैसे सामिल हो गए? मित्रो हमारा मानना था कि देशभक्त संगठनों से जुड़े लोग जागरूक और समझदार हैं व सेकुलर गिरोह से जुड़े लोग या तो बोद्धिक गुलाम हैं या फिर भारत के दुशमनों के टुकड़ो पर पलने वाले परजीवी लेकिन दिल्ली में 5 वर्ष की मासूम वेटी पर हुई दरिन्दगी के बाद जिस तरह कुछ देशभक्त संगठनों से जुड़े लोग सड़कों पर उतरे वो भी सिर्फ पुलिस प्रमुख का इस्तीफा मांगने के लिए उससे सिद्ध हो गया कि देशभक्तों को भी अभी बहुत जागरूक करने की जरूर है। हम जानते हैं कि आप सब ये सोच रहे होंगे कि जब मासूम पर इतना जघन्य अपराध हुआ हो तो पुलिस प्रमुख का इस्तीफा मांगने में क्या हर्ज है ? आज देश की किसी भी छोटी से छोटी राजननीतिक पार्टी से जुड़ा हर वयक्ति जानता है कि पुलिस अधिकारियों की नियुक्ति नेता लोग अपनी सुविधा अनुशार करते हैं और अगर गलती से भी किसी पुलिस वाले ने सच्चे अर्थों में कानून लागू किया तो उसकी शामत आ जाती है आपको याद होगा कि किस तरह महाराष्ट्र विधानसभा में गुंडो जो कि चुने हुए बिधायक हैं ने मिलकर पुलिस वाले की धुनाई की और कितनी ही बार किसी सतासीन नेता का चलान काटने पर चलान काटने वाले पुलिस के जवान की ऐसी की तैसी कर दी गई। आपको अच्छी तरह से याद होगा कि जिन भी पुलिस वालों ने इसलामिक आतंकवादियों को निर्दोश भारतीयों के जान-माल का नुकसान करने से पहले मार गिराया उनमें से अधिकतर पुलिस के जवान और अधिकारी सोनिया गाँधी व उसकी सलाहकार परिषद की कृपा से आज जेलों में यातनायें सहने को मजबूर हैं बटला हाऊस इन्कांटर तो आपको याद होगा ही जिसके बाद इसलामिक आतंकवादी के मरने पर सोनिया गाँदी सारी रात फूट-फूट कर रोती रही व अमर सिंह व दिगविजय सिंह ने अपने प्राणों की वाजी लगाने वाले जवान शहीद मोहन दन्द शर्मा जी को किस तरह अपमानित किया... जरा ध्यान से सोचो कि सोनिया गांधी की गुलाम सरकार के भ्रष्टाचार पर नकेल डालने की कोशिश करने वाले सेना प्रमुख को किस तरह अपमानित कर एक वर्ष पहले ही घर विठा दिया गया आज आतंकवादियों को मारने वाले कितने ही सैनिकों को उनके कमांडरों सहित जेलों में डाल दिया गया है पिर भी लोग ये उम्मीद करते हैं कि एक कांसटेवल या थानेदार जिसको सरकार न तो सीधी कार्यवाही करने की इजाजत देती है और न ही सीधी कार्यवाही करने के लिए पैसा वो कांसटेवल सबकुछ अपने आप कर लेगा... रही बात बच्ची पर बालाकार की तो इस पर भी गहराई से सोचने की बात ये है कि अगर पुलिस रिपोर्ट लिखते ही बच्ची के घर के आसपास के घरों में वेरोकटोक तलासी अभियान चलाती तो यही रवीश(Rubbish) जैस लोग पुलिस पर पिल पड़ते कि पुलिस वाले गुंडा गर्दी कर रहे हैं और ये जो मूर्ख लोग मिडीया के प्रोपगंडे से प्रभावित होकर मूर्खता करते हैं वही लोग पुलिस के विरूद्ध सड़कों पर उतर आते इसी विकाऊ मिडीया के उकसावे पर। देखो मित्रो अपना कहना बिलकुल सपष्ट है कि पुलिस तभी असरदार हो सकती है जब उसे खुली छूट हो अपनी कार्यवाही को अन्जाम देने की बरना ये सब पाखंड है का हिस्सा है पुलिस को गाली गलौच करना आप सब जानते हैं कि कुलदीप नैयर, रवीश,बर्खा दत्त, महेश भट्ट, तहलका जैसे दर्जनों ISI ऐजेंट हमेशा पुलिस को बदनाम करने के लिए त्यार रहते हैं ये कुछ नाम हैं वरना इनकी सूची बहुत लम्बी है ये तो ऐसे गद्दारों की किसमत अच्छी है कि हमारे जैसे लोग पुलिस में नहीं हैं वरना पुलिस को बदनाम कर भारतीयों की सुरक्षा को खतरे में डालने वाले ऐसे गद्दारों को हम कब के गोलियों सो भून चुके होते अगर आप सोच रहे हैं कि हमें पुलिस से तो हमें कोई हमदर्दी है तो आप पूरी तरह से गलत हैं क्योंकि हम भी पुलिस की ज्यादती का सिकार हो चुके हैं लेकिन हम अच्छी तरह जानते हैं कि उसमें ततकालीन सरकार के एक विधायक का हाथ था जो उसके लिए उगाही करने बाले चमचों के कहने पर वो करता गया जो उन चमचों ने कहा।... हम पुलिस के पक्ष में नहीं वल्कि आम भारतीयों की रक्षा हेतु ये सब लिख रहे हैं क्योंकि राजनीतिक हस्तक्षेप से जो अराजकता पैदा होती है उससे सबसे ज्यादा प्रभावित आम-गरीब व मद्यमबर्ग से जुड़े लोग ही होते हैं और वहीं सेकुलर गद्दारों के झूठे प्रौपेगंडे का शिकार होर भारतविरोधी सेकुलर गद्दारों को सता में लाते हैं फिर छाती-पीटते रहते हैं... बलातकार और दरिंदगी का सिर्फ एक गांधीनगर का ही मामल नहीं ऐसे ही लगभग दर्जनों मामले आज कल चर्चा में हैं और सब मामलों में एक बात सांझी है कि बालातकार व दरिंदगी करने वाले मोबाईल पर अशलील फिल्म(Blue Film) देख रहे थे ऐसी फिल्में देखने वालों में नवालिगों की बहुत बड़ी संख्या है अगर आपको नहीं जानकारी तो बता दें कि भारत के हर गली मुंहल्ले और गांव में पीने का पानी या विजली हो या न हो लेकिन नशा और ये अशलील फिल्में हर जगह उपलब्ध हैं और इसकी जानकारी नेताओं से लेकर हर प्रसासनिक अधिकारी को है लेकिन क्योंकि हर राजनितीक दल को इन बालातकारियों और नशैड़ियों के बोट चाहिए इसलिए पुलिस को कतई ये इजाजत नहीं कि वो इनके विरूद्ध कार्यवाही करे और इससे भी बड़ी रोचक बात ये हैं कि इन धन्दों को चलाने वाले अधिकतर या तो नेता हैं या फिर उनके रिस्तेदार या फिर उनके लिए उगाही करने वाले... रानी उर्फ गुड़िया के साथ दरिंदगी के बाद होना तो ये चाहिए था कि उस लड़के के मोबाईल में अशलील फिल्म लोड करने वाली कड़ियों का पता लगाकर व इस तरह की साईटें चलाने वालों व फिल्में या धारबाहिक बनाने वालों को इन दरिंदो के साथ एक चौराहे पर खड़ कर इस्लामिक तरीके से सजा दी जाती और उसे सभी चैनलों पर लाईब दिखाया जाता तो भारत की रग-रग को खोखला करने वाला ये सारा कारोवार रातोंरात खत्म हो जाता काश संघ ने संजय गाँधी की बात मान ली होती तो भारत आज इस तरह बरबाद न होता अभी भी वक्त है एक वार मोदी जी को चुनकर शांति से इस अराजकता को खत्म करवाने की कोशिश करके देख लो वरना इस अराजकता के फलस्वारूप हथिरबन्द गृहयुद्ध के हालात तो लगातार बनते ही जा रहे हैं अब आप ही बताओ कि इस अराजकता में कोई अपनी डयूटी सही से करे तो कैसे? अगर आपको अभी भी लगता है कि इस अराजकता के लिए सेकुलर गिरोह की जगह पुलिस ही जिम्मेदार है तो जी भर कर गाली निकालिए...

शुक्रवार, 19 अप्रैल 2013

भारतीय जीवन पद्धति की सबसे बड़ी जरूरत आज भारत को है संदर्भ 5 वर्ष की बच्ची से बलाताकार के बाद उसके पेट में मोमवती और सीसी का डाला जाना


मित्रो आज मर्यादापुर्षोत्म भगवान श्री राम जी का जन्मदिन है इस दिन जो समाचार आप सारा दिन संचार साधनों पर देखते रहे उन समाचारों ने आपसबको झकझोर कर रख दिया होगा अगर आपका दिमाग एक इनसान की तरह सोचता है तो । मित्रो समाज में अपराध होना कोई नई बात नहीं लेकिन अपराध का सतर इस हद तक गिर जाना कि दिलोदिमाग ये सोचने पर मजबूर हो जाए कि अपराध करने वाला इनसान है या कोई शैतान तो ये अमानबीयता की चर्मसीमा है। भारत कभी ऐसा नहीं रहा है न कभी भारत के संसकार में ऐसी शिक्षा दी गई लेकिन विदेशियों की गुलामी के परिणामस्वारूप भारत की पहचान बदलने की एक योजनाबद्ध कोशिश की जा रही है जिसमें ये कहा जा रहा है कि भारत के लोग अन्धविशवासी हैं इसलिए भारतीय संसकृति को समाप्त कर भारत को सेकुलर बनाना बहुत जरूरी है और सेकुलर का अर्थ समझाया जा रहा है धर्मनिर्पेक्ष मतलब धर्मविहीन । भारत में इनसानों को एक ऐसे सेकुलर सैतान में बदलना है जो किसी धर्म का पालन न करे न भाई-भहन के धर्म का, न पिता-पुत्र के धर्म का, न पति-पत्नि के धर्म,न देशधर्म का, न इनसानियत के धर्म का तभी तो संचार माध्यमों में गोत्र बयवस्था जो भाई-बहन के बयापक रिस्तों का आधार है को समाप्त करने की वकालत की जा रही है विना ये सोचे समझे कि आज भी भारत की 80% से अधिक जनता विना किसी पुलिस की सहायता के धर्म का पालन करते हुए अपना जीवन यापन करती है आज भी भारत के के बहुसंख्यक लोग कन्या यानिके वालिका को पैर से छूना पाप मानते हैं उनकी पूजा करते हैं लेकिन सेकुलर सैतानों को इस पर आपति है वो कहते हैं कि महिला को आजाद करो महिला को ही नहीं पुरूष को भी वेलुगाम करो ताकि वो मिलकर मानबता के हर रिस्ते को तार-तार कर सकें। भारतीयों की धर्मपरायाण मानसिकता को बदलने के लिए निशबध जैसी फिल्म बनाई जाती है जिसमें दादा की उमर(60 वर्ष) का वयक्ति 20 वर्ष की कन्या जो कि उसकी पौत्री की उमर की है से बिबाहोत्र सबन्ध बनाने की कामना ही नहीं करता है वल्कि उसको अनजाम तक पहुंचाने के लिए हर सम्भव प्रयास भी करता है मतलब महोश भट्ट-एम एफ हुसैन जैसे कंजरों से भरी पड़ी फिल्म इंडसटरी की पिशाचिक सोच(पशुवृति) को भारतीयों के दिलो-दिमाग पर हावी करने का सोचा-समझा प्रयास किया जाता है जिसमें अमिताभ बच्चन जैसा वयक्ति जिसको न पैसे की कमी है न नाम की सिर्फ इस पशुवृति को भारतीयों के दिमाग में भरकर उन्हें सेकुलर बनाने के अपने मकसद के लिए उपयोग किया जाता है मतलब अमिताभ की सौहरत का प्रयोग मानबीय मूल्यों को बढ़ाबा देने के बजाए अमानबायता को बढ़ाबा दने के लिए किया जाता है। हम जब छोटे थे तो बताया जाता था कि गांव की सब लड़कियां बहनें है बड़ों के लिए बेटी हैं व शादी से पहले किसी भी लड़की से बिबाहतोर सबन्ध बनाना पाप(गलत)है और अगर गलती से ये सबन्ध बन ही गए तो शादी करना जरूरी है बरना इससे बड़ा कोई अपराध न होगा लेकिन जैसे-जैसे हम पढ़ते गए तो हमारी सोच पूरी तरह से सेकुलर होती गई और हमें वताया जाने लगा कि जहां भी सम्भव हो विबाहतोर सबन्ध बनाना जरूरी है अब तो पाठसालाओं में घूम-घूम कर बताया जा रहा है कि डट के बिबाहतोर सबन्ध बनाओ लेकिन निरोध का उपयोग कर मतलब भारतीय मूल्य संसकार को समाप्त करने के लिए सरकारी कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं । मित्रो आप किसी भी पढ़े-लिखे वयक्ति उमर चाहे 60 वर्ष ही क्यों न हो को देख लो और उसकी सोच का इमानदारी से मूल्यांकन करो तो आप पायेंगे कि वो भारतीय नहीं वल्कि पूरी तरह से सेकुलर है क्योंकि बर्तमान शिक्षा बद्धति मैकाले द्वारा भारत से भारतीयता को समाप्त करने के उद्देशय से ही लागू की गई थी उपर से कंजरो द्वार संचालित फिल्म इंडसटरी ने हालात को और बदतर कर दिया जो कसर रह गई थी उसे तथाकथित समाचार चैनलों व धारबाहिकों ने पूरा कर दिया । कहतें हैं करेला और नींव चढ़ा यहां तो पहले कलयुग का दुशपरिभाव, उपर से विदेशी आक्रमणकारी असभ्यताओं का दुशप्रभाव और साथ में मैकाले शिक्षा पद्धति मानो भारतीयों को बर्बाद करने के लिए इतना सब काफी न हो तो ये फिल्म इंडसटरी व समाचार चैनल और धारबाहिक व सरकारी प्रयास। परिणाम आप सबके सामने है हर दिन मां-बहन-बहू-बेटियों की इज्जत आबरू से खिलवाड़ उपर से सरकार द्वार इस तरह का अमानबीय बयबहार करने वालों को कठोर दंड देने के लिए कानून बनाने से इनकार और सरकार कठोर दंड देने का कानून बनाए भी तो कैसे क्योंकि संसद में ऐसे सांसदों व देशभर में ऐसे बिधायकों का बहुमत है जो पूरी तरह से सेकुलर हैं हद तो तब है जब बड़ों मतलब प्रौढ़ लोगों के लिए बनाई गई राज्यसभा में सभापति पर ही बालातकार के आरेप हैं उपर से सरकार एक ऐसी महिला की गुलाम जो शादी में दहेज में एक लुटेरा साथ में लेकर आती है तथा जिसके देश का प्रधानमन्त्री हर रात नई महिला का बलातकार करता है जिसमें नावालिक लड़कियां भी सामिल है। अब आप बताओ जिस देश में मानबता का शूत्रधार भारतीय संस्कार ही हर सेकुलर शैतान के निशाने पर हो और हर सेकुलर शैतान का ही मकसद हो धर्मविहीन समाज की स्थापना करना वहां क्या कोई मूल्य सुरक्षित रह सकता है और जब कोई मूल्य सुरक्षित नहीं रहेगा तब तो जो पैसे वाला है जिसके पास ताकत है हथियार है उसकी मां-बहन-बहु-वेटियां तो हर तरह से सुरक्षित हैं लेकिन यही ताकत गरीबों के लिए मध्यम बर्ग के लिए व आम लोगों के लिए जी का जंजाल बन चुकी है आओ सब भारतीयों की मां-बहन-बहू-बेटियों की इज्जत आबरू सुरक्षित करने के लिए भारत में फिर भारतीय जीवन पद्दति को पुनरस्थापित करने का इमानदार प्रयास करें क्योंकि दुनिया भर के देशों में आज भारत को ही सबसे ज्यादा हिन्दू जीवन पद्धति की जरूरत है

बुधवार, 17 अप्रैल 2013

जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की


जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की 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जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की जय माता की

मंगलवार, 16 अप्रैल 2013

मित्रो जब दंगा ही धन्दा बन जाए तो भला कोई क्या जबाब दे…

मेरे प्यारे देशवासियो आज भारत में बड़े ही अदमभुद  हालात पैदा होते जा रहे हैं एक तरफ जहां संघ परिवार.. जैसे संगठन हैं जो हर हाल में हिन्दू-मुसलिम-सिख-ईसाई के भेद को मिटाकर समस्त भारतीयों को भारतीयता के सूत्र में बान्धना चाहते हैं वहीं दूसरी ओर खुद को सेकुलर कहने वाला गिरोह हैं जो हर वक्त हर हर जखम को उस हद तक कुरेदना चाहते हैं जहां से हिन्दू-मुसलिम-सिख-ईसाई का एक दूसरे के साथ बैठना तक असम्भव बना दिया जाए।

दोस्तो सच बतायें तो कई बार सेकुलर गिरोह के दुशप्रचार का सिकार होकर हमारे मन में भी  इस तरह की नफरत पैदा होती है कि मन करता है कि भारत की पवित्र भूमि से उन सबका नमोनिशान मिटा दिया जाए जिनके लिए ये सेकुलर गिरोह हर वक्त भारतीयों और भारतीय संस्कृति को कोशता रहता है लेकिन तभी हमें संघ द्वारा दी गई वो शिक्षा याद आती है जिसमें हर वक्त ये ऐहसास करवाया जाता था कि ये सब हमारा ही खून हैं भारतीयों का ही खून हैं इनकी कुछ मजबूरियांरही हैं जो इन लोगों ने अपनी पूजा पद्धती बदल ली।

भारतीय परिवार का मुखिया होने के नाते ये हम हिन्दूओं का फर्ज बनता है हम अपने इन भाईयों को अपनेपन व इनके पूर्वजों से अपने खून के रिस्तों का ऐहसास करवायें व बातयें कि इनके पूर्बजों पर बिद्शी अक्रांताओं ने किस तरह जुल्म ढाए ताकि एक न एक दिन ये भारतीयता को पूरी तरह आत्मसात कर लें..

अगर आप मोदी जी के विरोधी हैं या फिर आपको मोदी जी के वारे में शंकायें हैं तो आप हमें मोदी जी का सिर्फ एक ऐसा ब्यान बता दें जो कि सांप्रदाय विशेष के बिरूद्ध हो। मित्रो आप ऐसा एक भी बयान नहीं ढूंढ सकते क्योंकि संघ की शाखा से निकला वयक्ति कभी अलगाव की भाषा नहीं वोल सकता न ही वोट की चाहत में अलगावाद को बढ़ाबा दे सकता है गुजरात में मोदी जी ने जो भी योजनायें बनाई हैं उनका लाभ सब सांप्रदायों व अमीर-गरीब को एक समान मिला है। किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया क्योंकि कोई भला अपने ही खून के साथ कैसे भेदबाव कर सकता है?

अब रही बात 2002 के दंगो की तो जरा ध्यान से मन शांत करके सोचो कि अगर 2000 मुसलमानों की भीड़ जिसमें सेकुलर गिरोह से जुड़े पार्षद भी सामिल थे अगर 59 तीर्थ यात्रियों मतलब राम भक्तों मतलब कारसेवकों को जिन्दा न जलाती तो क्या दंग होता नहीं होता आप सबका यही जबाब होगा …

अब आप कहेंगे कि रामभक्तों की रक्षा ततकालीन सेकुलर रेलमन्त्री नितीस कुमार  नहीं वल्कि वल्कि राज्य सरकार की जिम्मेदारी थी लेकिन अगर ट्रेन में कोई दंगा फसाद हो रहा है तो उसकी सूचना तो पहले रेल मन्त्रालय को ही जाएगी न और फिर रल मन्त्रालय राज्य सरकार को सूचित करेगा तब जाके राज्य सरकार उस मामले को सम्भालेगी। अगर सेकुलर नितीश कुमार ने समय पर सूचना दी होती तो न तो रामभक्त जिन्दा जलाए जाते और न ही दंगा फसाद होता।

अगर आप इमानदारी से दंगों का इतिहास खंगालेंगे तो पायेंगे कि मोदी जी ने सबसे तीब्र गति से दंगा रोकने का भरसक प्रयास किया वरना 92% हिन्दू एक भी मुसलमान को जिन्दा न छोड़ते ये तो मोदी जी के सख्त निर्देशों का असर था कि  हिन्दूओं को जिन्दा जलाए जाने व कशमीर घाटी में 60000 हिन्दूओं के कत्ल की प्रतिक्रियास्वारूप पैले दंगों में सिर्फ 1024 लोग मारे गए जिनमें से 250 से अधिक हिन्दू थे जो पुलिस की गोली का सिकार हुए मतलब कुलमिलाकर सिर्फ 500 मुसलमान मारे गए…

आप सब जानते हैं कि 1984 में इन्दिरा गाँधी जी की हत्या की प्रतिक्रियास्वारूप 3000 सिख सेकुलर गिरोह के हमलों का सिकार हुए थे लेकिन हमने कभी इस जख्म को नहीं कुरेदा वेशक हमारा मानना है कि सिखों के इतिहास का एक-एक दिन भारत के लिए की गई कुर्वानियों के लिए भरा पड़ा है सिखों पर हमला बास्तव में भारतीयता के मूल पर हमला था लेकिन सच्चाई यही है कि भारत में भारत विरोधी ताकतें इस हद तक सक्रिए हैं कि वो कुछ भी करवा सकती है हमारे विचार में तो हम सब भारतीयों को इन बिदेशी ताकतों के बहकावे में आने के बजाए पुराने जख्मों को कुरेदने के बजाए उन सबसे सबक लेकर  मिलजुलकर आगे बढ़ना चाहिए…

फिर भी पिछले 12 वर्षों से हर चैनल व हर सेकुलर पार्टी की जुवान पर एक ही बात है और वो है गुजरात  दंगा।मित्रो क्या आपने कभी ध्यान से सोचा कि क्यों ये हर वक्त गुजरात दंगों के जखमो को कुरेदते रहते हैं आखिर इनको मिलता क्या है इन जख्मों को कुरेदने से …अगर आपको नहीं पता तो हम आपको बता देते हैं बास्तब में ये एजंडा इनका नहीं वल्कि भारत के उन शत्रुओं को है जो भारत को आगे बढ़ता हुआ नहीं देखना चाहते । ये भारत के शत्रु इन सेकुलर पार्टियों चैनलों व काटजूँ + सच्चर जैसों की जेबें गरम करते हैं और बदले में ये सेकुलर गिरोह भारत के जख्मो को कुरेदता रहता है ताकि ये जख्म कैंसर का रूप ले ले और भारत इस कैंसर का सिकार हो जाए और हम और हमारे जैसे बहुत से लोग कई बार इस सेकुलर गिरोह के उकसावे में आकर वही वोलने लग पड़ते हैं जो ये गिरोह व इसको पैसे देने वाले भारत के सत्रु चाहते हैं हमने फैसला किया है कि आज से हम इस सेकुलर गिरोह के उकसावे का सिकार न होते हुए हम वही कहेंगे जो हम सब भारतीयों के हित में है…

अन्त में हम भारतीय मुसलमानों से यही कहेंगे कि उन्हें हिन्दूओं से सहनशीलता का सबक लेते हुए सेकुलर गिरोह के उकसावे में आने के बजाए हिन्दूओं के साथ सीधा सम्पर्क रखना चाहिए …मुसलमानों को समझना होगा कि क्यों हिन्दू कभी भी 1985 से 2006 तक कशमीर घाटी में मुसलमानों द्वार मारे गए 60 हजार हिन्दूओं व घरबार से उजाड़े गए 5 लाख हिन्दूओं की बात नहीं करता …हिन्दू जानता है कि अगर उसने अपने जखमों को उसी तरह कुरेदना सुरू कर दिया जिस तरह भारत के शत्रु भारत के वाकी जख्मों को कुरेद रहे हैं तब तो उन्ही लोगों का फाजयाद होगा जिनके लिए दंगा ही धन्दा बन गया गया है चैनल चलाने का पार्टी चलाने का चुनाब में मंहगाई-वेरोजगारी-भर्ष्टाचार और गद्दारी को छुपाने का अब भी आप लोंगो को बात समझ न आए तो हम तो इतना ही कहेंगे कि मित्रो जब दंगा ही धन्दा बन जाए तो भला कोई क्या जबाब दे…