धर्मनिर्पेक्ष आतंकवादियों द्वारा रचे जा रहे हिन्दूविरोधी-देशविरोधी षडयन्त्रों को उजागर करने की कोशिश। हमारा मानना है कि भारत में कानून सांप्रदाय,जाति,भाषा,क्षेत्र,लिंग अधारित न बनाकर भारतीयों के लिए बनाए जाने चाहिए । अब वक्त आ गया है कि हिन्दूमिटाओ-हिन्दूभगाओ अभियान चलाने वाले भारतविरोधी धर्मनिर्पेक्ष आतंकवादियों को उनके समर्थकों सहित खत्म करने के लिए सब देशभक्तों द्वारा एकजुट होकर निर्णायक अभियान चलाया जाए।
शनिवार, 10 अप्रैल 2010
इस सेकुलर दुल्हे ने तो सेकुलर गिरोह की तो वोलती ही बन्द कतर दी ।
कुछ भी करेगा कुछ भी कहेगा पर कभी गलती मानेगा नहीं यही पहचान है पाकिस्तान की सारी दुनिया में । आपको यह बताने की जरूरत नहीं कि पाकिस्तान आतंकवाद के मुद्दे पर हमेशा झूठ बोलता आया है । पाकिस्तान का निर्माण ही झूठ और नफरत की बुनियाद पर हुआ था ।आज भी उसी बुनियाद पर आगे बढ़ रहा है। पाकिस्तान के करता-धरता झूठ वोलते हैं मुसलिम आतंकवादियों को बचाने के लिए । उनके इस झूठ को हर वक्त सहारा मिलता है भारत के सेकुलर गिरोह से।जब यह गिरोह ये कहता है कि पाकिस्तान भी आतंकवाद का पिड़ीत है।
लेकिन अब क्या करेगा ये सेकुलर गिरोह।
इस खान ने ते पहले पत्नी को महा-आपा बता दिया । फिर जिसे महा-आपा बतया उसे तालाक दे दिया । अब अबु का नाम ही बदल लिया। यही परिणाम होता है चार-चार शादियां करने का बच्चों को अपने वाप का नाम तक नहीं पता होता। यही परिणाम होता है चार-चार शादियां करने का बच्चों को अपने वाप का नाम तक नहीं पता होता। जिनको अपने वाप का नाम तक पता नहीं वो गैरकानूनी काम ही करेंगे ये काम चाहे आतंकवाद फैलाने का हो या फिर मैच फिक्सिंग का या फिर जाली कारंसी का या फिर नशे का कारोवार या फिर नकली घी बनाने का सब जगह ऐसे ही बच्चे पकड़े जाते हैं जिन्हें अपने वाप का नाम तक नहीं पता । इसीलिए हम तो कहते हैं इन बच्चों की जिन्दगी को नर्क बनने से रोकने किए व इनके द्वारा दूसरों की जिन्दगी को नरक न बनने देन के लिए ये चार-चार शादियों करने का पाप वन्द होन चाहिए ये हराम है पर हमारी सुनेगा कौन हम सांप्रदायिक जो ठहरे। ठीक ही कहा था मुहम्मद अली जिन्ना ने कि अरब की संस्कृति को मानने वाले भारतीयों के साथ नहीं रह सकते । चलो देखते हैं कि अब सेकुलर गिरोह क्या सपष्टीकरण लेकर सामने आता है।
सेकुलर गिरोह जानता है कि भारत के देशभक्त लोग पाकिस्तान समर्थक मुसलिम आतंकवादियों द्वारा किए जा रहे हमलों के कारण पाकिस्तन से चिड़े हुए हैं वो निश्चित तौर पर एक भारतीय की शादी का पाकिस्तान में निकाह पसन्द नहीं करेंगे । इसलिए इस सेकुलर गिरोह ने सानिया के निजी मामले को इतनी तूल दी कि देशभक्त तो क्या उनके समर्थ भी उससे चिड़ गए आफटर आल भारतीय जो ठहरे।
पर इस सेकुलर दुल्हे ने तो सेकुलर गिरोह की वोलती ही बन्द कर दी।
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4 टिप्पणियां:
mere pyaare hidu deshbhkt dost aap so tkaa shi frmaa rhe hen lekin ab sochne kaa nhin krne kaa vqt he hmaare desh men hr utpaat ke liyen zimmedaar is naapak paak ko iraaq or afghanistan ki trh khtm kr denaa chahiye zra sochen jb amerika iraaq afghanistaan ko bina kisi vjh khtm kr sktaa he to fir hm is naamaaqool pakistaan ko khtm krne ke liyen kis ke aadesh ka intizaar kr rhe he so plz, mere deshbhkt hindu snskriti ke rrkshk bhaai aaj se srkaar pr paakistaan pr hmla kr use tbaah kr uska naam nqshe se mitaane ke liye srkaar pr dbaao bnaana shuru kr do . srkaar se hm khte hen ke ek gddar desh ko qaabu men krna agr tumhaare bs ki baat nhin to srkaar hmaare hvaale krdo hm is desh ke naapaak iraadon ke saath is desh ko hmeshaan ke liyen khtm kr denge. akhtar khan akela kota rajasthan
MAIN AKHTAR KHAN JI SE SEHMAT HOON
मेरे प्यारे भाई अखतर इराक में जो कुछ अमेरिका ने किया उसका हम कतई समर्तन नहीं कर सकते क्योंकि एक हस्ते खेलते मुसलिम देश को इस ईसाईयों के ठेकेदार अमेरिका ने तवाह कर दिया । अपगान की दुर्दशा के लिए खुद अफगानीस्तानी उतने ही जिम्मे वार हैं जितना अमेरिका क्योंकि इन लोगों ने अपने देश से गद्दारी कर पैसे के लालच में अमेरिका का साथ दिया जैसे आज सेकुलर गिरोह भारत में भारत के शत्रुओं का साथ दे रहा है ।वाकी सब वातों के लिए हम आपकी भावनाओं की कदर करते हैं ।
इराक का मामला जुदा है....सद्दाम हमेशा भारत समर्थक रहे....उनका न रहना भारत के हितों के खिलाफ जा रहा है,,अफगानिस्तान के लोग अपनी हालत के लिए खुद जिम्मेदार हैं....पर बलुचिस्तान को पाकिस्तानियों के हाथ में छोड़ देने के लिए हमारे नेता ही जिम्मेदार है.....सरहदी गांधी बादशाह खान अंत तक भारतीय रहे....उन्होंने कहा था कि हमने उन्हें भेड़ियों के आगे फेंक दिया है.....काश दो पाकिस्तान की तरह भारत का एक हिस्सा पाकिस्तान से परे बलुचिस्तान होता...समस्या होती ही नहीं.
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