ये बहुत महान हैं इतने महान कि अपनों का समर्थन करने वालों का बहिस्कार कर अपने रक्षकों का खातमा सुनिश्चित कर अपने शत्रुओं को अपनों पर विना किसी रोक-टोक के हमला कर तबाह करने का मौका दे देते हैं ताकि शत्रुओं को अपने देश पर विजय पाने में किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।
ये बात अलग है कि शत्रु अपनों की रक्षा की खातिर लड़ रहे क्रांतिकारियों को मारने में इनका सहयोग लेने के बाद अन्त में इन मानबताबादियों को भी ठिकाने लगा देते हैं चाहे ये धर्म बदलकर उनके साथ ही क्यों न जा मिलें जैसे पाकिसतान में हाल में मुसलिम बने अहमदिया व मुहाजिर ठिकाने लगाए जा रहे हैं।
क्या आपको जानकारी है कि ये इनका ही सहयोग था जिसके परिमामसवारूप हिन्दू पहले अफगानीस्थान से ,फिर पाकिस्तान व बंगलादेश से खदेड़े गए।
विभाजन के वाद भी इन्होंने अपनी महानता नहीं छोड़ी ।इन्होंने अपनों के खात्मे के लिए कसमीर घाटी में भी अपनी महानता का परिचय देते हुए मुसलिम आतंकवादियों को हर तरह का सहयोग देकर अपनों समूलनाश सुनिश्चित करवाया।
क्योंकि हमारी सेना अब तक बहुत ताकतबर हो चुकी थी इसी ताकत का फयदा उठाकर कहीं वो हमारा विनाश चाहने वाले मुसलिम आतंकवादियों का नाश न कर दे इसीलिए इन्होंने अपनी सेना पर इस तरह के प्रतिबन्द लगाए कि सारी की सारी सेना देखती रह गई और कशमीघाटी को इनकी गद्दारी ने अपनों से मुक्त करवा दिया। मुसिम आतंकवादिय. की इसी सफलता पर खुशी होकर कशमीर घाटी को बार-बार राहत पैकेज व विशेष अधिकार दिए जा रहे हैं ताकि ये अपनी इस सफलता को सारे देश में दौरायें।
इसी महानता के चलते इन्होंने आसाम में ऐसे कानून बनाए कि वहां भी इन मुसलिम आतंकवादियों की विजय की रास्ता साफ कर दिया है।
गुजरात में अपनों के कड़े प्रतिकार की बजह से मुसलिम आतंकवादियों को विरोध का समाना करना पड़ा इसलिए इन्होंने आतंकवादियों के खात्मे के लिए काम करने वाले पुलिस अधिकारियों व जवानों को जेल में डाल दिया ताकि कोई और पुलिस वाला अपनों की रक्षा करने का साहस न कर सके।
इन्होंने मुंबई में अपने लोगों को मारने वाले मुसलिम आतंकवादियों के लिए क्या नहीं किया ।अन्त में इन्होंने हर तरह के प्रयास कर कसाब को छोड़ कर वाकी सब भीतरघाती आतंकवादियों को बचा ही लिया।
अब तक इनके सहयोग से मुसलिम आतंकवादियों को जिस तरह की सफलता मिल रही है उसे देखते हुए अब मुसलिम आतंकवादियों ने पहले तो हैदरावाद में पुलिस चौकी पर हमला कर पुलिस वालों का कत्ल किया जब कोई कार्यवाही नहीं हुई तो प्रवीण जी भाई तोगड़िया पर हमला कर डाला ।खार अभी प्रतिक्रिया नहीं हुई पर होगी जरूर फिर ये अपनी मानबता की दुकान चमकाना शुरू कर देंगे वेशक अभी तक चुप हैं।
भगवान ने चाहा तो इस हमले के लिए भी ये किसी हिन्दू को उठाकर जेल में डालकर अपने इन मुसलिम भाईयों का जुल्म हिन्दूओं के सिर डालकर अपने मुसलिम आतंकवादियों को बचा ही लेंगे।
क्या आपको पता नहीं किस तरह इन्होंने झूठे आरोप लगाकर हिन्दूओं रक्षा की बातें करने वाली प्रज्ञा सिंह ठाकुर, लैफ्टीनैंट कर्नल पुरोहित को जेल में डालकर मकोका लगाकर ये सुनिश्चित किया कि वो जेल से न छूट पायें ।
वेशक मकोका कोर्ट के जजों ने उन पर से मकोका हटा दिया पर इन्होंने उन्हें जेल से नहीं छोड़ा।देवेन्द्र सिंह , चन्द्रशेखर व लोकेश शर्मा के साथ भी ये यही सलूक करने वाले हैं।
देखा न ये कितने महान हैं ।
बस आप अब जरा ये तो बता दो कि अपनों का विनाश सुनिश्चित करने वाले ये जयचन्द के बंसज कौन हैं?
9 टिप्पणियां:
आपने ठीक कहा है. गद्दारों के विरुद्ध आवाज़ उठाते रहो.
baat saari hi sahi hain par kahin na kahin kami hamme hamare sanskaaron me hain unhe jo sikhaya wo kar rahe hain...par hame jo sikhaya ham wo kyun nahi karte kyun naitik shiksha sirf kitaabon me reh jaati hai...
Inkaa naam lekar kyaa karenge, itnaa hee kahungaa ki They are bloody traitors. Secular DESH BHAKT.
सादर वन्दे !
ये सेकुलेरिटी एक बीमारी होती है जो पागल होने से पहले कुछ तथाकथित कुत्ते टाइप के बुद्धिजीवियों में पाई जाती है ! ग्लोबल वार्मिंग का जमाना है इसलिए ये बढ़ती जा रही है ....................
रत्नेश त्रिपाठी
ये जयचन्द के बंसज हैं!
ठीक कहा है......
सब जानते हैं मगर नाम लेकर हासिल क्या होना है?
sekular ka arth hindu birodh,bharat birodh.
lekhani chalti rahe ,rukne ka nam nahi.
lekh ke liye dhanyabad.
http://bhandafodu.blogspot.com/2010/06/blog-post_27.html
इस पोस्ट को प्रसारित करनें की आवश्यकता है
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