इसे हम एक संयोग ही कहेंगे कि वर्तमान हालात पर प्रहार करती आन्नद गोपाल शर्मा की कविता--बातचीत रहेगी जारी,बातचीत रहेगी जारी व मडगांव गोआ के वहाने सेकुलर गिरोह द्वारा देशभक्त हिन्दूओं पर किए गए हमले को उजागर करता हमारा लेख कुछ इस तरह छपे मानो योजना बनाकर छापे गए हों।
ज्यादा न लिखते हुए ये दोनों एक साथ पस्तुत हैं आपकी सेवा में, आपकी वेवाक राय के इन्तजार में।
धर्मनिर्पेक्ष आतंकवादियों द्वारा रचे जा रहे हिन्दूविरोधी-देशविरोधी षडयन्त्रों को उजागर करने की कोशिश। हमारा मानना है कि भारत में कानून सांप्रदाय,जाति,भाषा,क्षेत्र,लिंग अधारित न बनाकर भारतीयों के लिए बनाए जाने चाहिए । अब वक्त आ गया है कि हिन्दूमिटाओ-हिन्दूभगाओ अभियान चलाने वाले भारतविरोधी धर्मनिर्पेक्ष आतंकवादियों को उनके समर्थकों सहित खत्म करने के लिए सब देशभक्तों द्वारा एकजुट होकर निर्णायक अभियान चलाया जाए।
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7 टिप्पणियां:
बहुत अच्छा..
उम्दा प्रस्तुती,देशभक्ति से भरी रचना ... सुन्दर अति सुन्दर ...
सर्वप्रथम आपको बधाई ! और अपना जागरूकता प्रयास जारी रखेगे, इस उम्मीद के साथं , मगर यह जो "जलकल" अथवा "जलकर" का विज्ञापन आपने चेपा वह समझ में नहीं आया ?
पूरा मैटर पसन्द आया । पर ब्लाग का
रचना शीर्षक काफ़ी बङे फ़ोन्ट में है । और
ब्लाग भी खुलते समय..पङते समय़ झटके
से लेता है..और सब उत्तम है ।
satguru-satykikhoj.blogspot.com
आप सबका धन्यवाद विषय की गंभीरता को ,समझकर अपनी राय वयक्त करने के लिए।
गोदियाल जी ये पत्रिका में लेख के साथ छपा विज्ञापन है जिसे हमारा कोई सबन्ध नहीं।
राजीब जी technical बातें हमें समझ नहीं आती है फिर भी जानकारी के लिए धन्यवाद
देशभक्ति से भरी रचना
बढ़िया प्रस्तुति पर
ढेर सारी शुभकामनायें.
संजय कुमार
हरियाणा
http://sanjaybhaskar.blogspot.com
Email- sanjay.kumar940@gmail.com
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