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मोदीराज लाओ

मोदीराज लाओ
भारत बचाओ

शुक्रवार, 7 जून 2013

लगता है भाजपा की स्थापना का मकसद भूल गए हैं कुछ नेता


मित्रो आज जो भाजपा में हो रहा है उसे देखकर आप लोगों का चौंकना या फिर हैरान होना या फिर परेशान होना जायज है...मित्रो भाजपा के विधटन की कहानी उसी दिन लिख दी गई थी जब भाजपा के कुछ नेताओं ने देशहित-हिन्दूहित से जुड़े सब मुद्दों को छोड़कर सेकुलर गद्दारों के साथ गठवन्धन कर एक ऐसी सरकार चलाई जिसके बहुत से कामों ने सेकुलर गद्दारों को भी पीछे छोड़ दिया...आज परिणाम सबके सामने है कल तक जो लड़ाई भाजपा बनाम सेकुलर गद्दारों की होती थी आज वही लड़ाई भाजपा बनाम भाजपा में बदल चुकी है...अटलविहारी बाजपेयी जी ने उस वक्त के प्रखर हिन्दूत्वनिष्ठ लालकृष्ण अडवानी जी को धर्मनिर्पेक्षता के ऐसे मकडजाल में उलझाया कि खुद अडवानी जी जैसा लौहपुरूष इस धर्मनिर्पेक्षता के चक्कर में ऐसा फंसा कि उसने धर्मनर्पेक्ष बनने के लिए राजनितीक आत्महत्या कर ली पाकिस्तान जाकर...जो अडवानी जी एकवक्त अटल जी की धर्ननिरेपक्ष जुंडली रंजन भट्टाचार्य,ब्रजेश मिश्र, बामपंथी सुधेन्द्र कुलकरणी, जसवन्त सिंह, यसवन्त सिन्हा से संघर्ष कर भाजपा को उसके मूल मुद्दे की ओर लाने के लिए संधर्षरत थे आज वही अडवानी जी भाजपा को उसके मूल मुद्दे से भटकाकर अटल जी द्वार दिखाए गए आतमघाती धर्मनिर्पेक्ष रास्ते की ओर ले जाने की जिद कर रहे हैं...मित्रो अटल जी के 6 वर्ष के धर्मनिर्पेक्ष राज ने हिन्दूक्राँति को दर्जनों वर्ष पीछे धकेल दिया और अगर अबकी बार अगर अडवानी जी सफल हो गए तो  भाजपा के विभाजन के शिवा और कोई रास्त वाकी न बचेगा...हमें लगता है कि भजपा की स्थापना का मकसद और एन डी ए का मकसद पूरी तरह से अलग-अलग है...एन डी ए भी बैसा ही हिन्दूविरोधी गठवन्धन है जैसा यु पी ए..फर्क सिर्फ इतना है कि यु पी ए लगातार इसलामिक आतंकवादियों को जेलों से छोड़कर उनकी जगह सैनिकों , जवानों और देशभक्तों को जेलों में वन्द कर रहा है जबकि एन डी ए ने ऐसा कुछ भी नहीं किया...लेकिन मित्रो हिन्दूहित में न तो युपीए है और नही एन डी ए ...अगर हिन्दुत्वनिष्ठ भाजपा में कोई सेकुलर गद्दारी की राह पर आगे बड़ने का दिवास्वपन देख रहा है तो उसे चाहिए कि देशभक्तों का वक्त और न बरबाद करते हुए भाजपा से अलग होकर एक एसे एन डी ए का निर्माण करे जिसमें नितीश, ममता, जैसे सबकेसब सैकुलर गद्दार सामिल हों और भाजपा में सिर्फ वही लोग रहे जिनकी हिन्दुत्व के प्रति निष्ठा में कोई खोट नहीं ...इसके परिमास्वारूप वेशक सेकुलर गद्दार 10 वर्ष और राज कर हिन्दूओं का और खून बहायें,,हिन्दूओं पर और अत्याचार करें... लेकिन उसके वाद किसी भी सेकुलर गद्दार का भारत की पवित्र धरा पर जिन्दा रहना नामुमकिन होगा अगर भाजपा बिशुद्ध हिन्दुत्वनिष्ठ मार्ग पर आगे बढ़ते हुए सता की परवाह किए विना सिर्फ और सिर्फ हिन्दूओं की समस्याओं पर अपना ध्यान केन्द्रित करते हुए एक तरफ हिन्दूओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे और दूसरी तरफ हिन्दूओं के अन्दर समरसता अभियान चलाकर हिन्दूओं को एकजुट कर निर्मायक हिन्दूक्राँति की धूरी बने वरना ... 

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