ऐसी वैसी ये वोली नहीं है
इनके माथे पे खून का टीका देखो-देखो ये रोली नहीं है।।।
सर कटाऊँ हिन्दू क्राँतिकारीयों को लेकर,
चल पड़े वे कशमीर से आगे हम हैं संतान राणा शिवा की,
कायरों की ये टोली नहीं है।।।
चल दिया जब जवाँ हँसते-हँसते ,
भारत माँ की ममता तड़़प के वोली,
आओ सो जाओ लाल मेरी गोद में ,
अब तेरे पास गोली नहीं है।।।
अब बिदा जाने वाले शहीदों खून की सुर्ख पगड़ी पहनकर,
खून की आज बौछार देखी, आज रंगों की होली नहीं है।।।
हिन्दूओं को आंख दिखलाने वाले ,भस्म हो जायेंगे सारे दुश्मन,
सेकुलर गद्दारो खैर मनाओ के हिन्दूओं ने अब तक खून के बदले खून की वोली वोली नहीं है।।।
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