आप सबने देखा होगा कि किस तरह भारत माता और हिन्दू देवी देबताओं के पतिजनक चित्र बनाने वाले MFHussain का कांग्रेसी नेताओं ने ये कहकर समर्थन व बचाब किया कि हिन्दूओं की आस्था से खिलवाड़ कर हिन्दूओं की भावनाओं पर चोट करना अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता है।
जब सच्चा अरबी होने के नाते MFHussain ने एक गैर इस्लामिक देश भारत के बजाए एक इस्लामिक देश को अपनी अंतिम सांस लेने के बाद मृत देह को दफनाने के लिए चुना तो कांग्रेसियों ने आसमान सिर पर उठा लिया और MFHussain द्वारा बनाई गई आपतिजनक paintings से आहत भारतीयों खासकर हिन्दूओं को इसके लिए जिम्मेदार ठहराकर हिन्दूओं को तालिवीनी तक करार दे दिया ।
लेकिन आज वहीं कांग्रेसी कह रहे हैं कि सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह की आपतिजनक तसवीरें Internet पर नहीं दिखाई जानी चाहिए। मतलब एक अंग्रेज और उसका गुलाम इन कांग्रेसियों के लिए भारत मां से बड़े है।
हम समझ सकते हैं कि जब भावनायें आहत होती हैं तो कितनी तकलीफ झेलनी पड़ती है लेकिन इन कांग्रेसियों को भी समझना चाहिए कि भावनायें सिर्फ मुसलमानों , ईसाईयों, और कांग्रसियों की ही नहीं होती हैं। हम भारतीयों वोले तो हिन्दूओं की भी कुछ भावनायें हैं। अगर आप उनका ख्याल रखेंगे तो हम भी आपको निराश नहीं करेंगे।
हम भारतीय वोले तो हिन्दू मर्यादा पुरषोत्तम भगवान श्री राम जी को भारतीय संस्कृति का आधार मानकर उनकी न केवल पूजा ही करते हैं वल्कि उनके मान सम्मान के लिए अपना सर्वस्व नयौछावर करने का दमखम रखते हैं लेकिन Mr Sibal आप और आपकी पार्टी उनके अस्तित्व को नकारने का अमर्यादित आचरण करती है क्या तब आपने सोचा कि किसी की धार्मिक भावनायें आहत हो रही हैं?
जब आपकी पार्टी और आप जैसे लोगों ने एक ही सांस में MFHussain द्वारा किए गए हिन्दूओं की भावनाओं से खिलवाड़ को अभिव्यक्ति की आजादी व डच पत्रकार द्वार बनाए गए मोहम्मद के कारटून को भावनाओं से खिलवाड़ करार देकर ये जताने की कोशिश की कि गैर हिन्दूओं की भावनायें, भावनायें और हिन्दूओं की भावनायें अपराध तब आपको समझना चाहिए था कि करोड़ों हिन्दूओं को जो पीड़ा होगी उसके क्या परिणाम निकलेंगे?
Mr Sibal हमें नहीं पता कि इनमें से कौन सी तसवीर की आप बात कर रहे हैं लेकिन आप जिस भी तसवीर की बात कर रहे हैं वो तसवीर भारत माता व हिन्दू देवी-देबताओं की MFHussain द्वारा बनाई गई तसवीरों से ज्यादा आपतिजनक नहीं है।
फिर भी हम समझ सकते हैं कि आपको अपना पद वनाए रखने के लिए व आगे बढ़ने के लिए इस इटालियन अंग्रेज एडवीज एंटोनिया अलविना माईनो की चापलूसी करने के लिए ये सब कहना जरूरी व मजबूरी है लेकिन एक भारतीय होने के नाते अपने देश भारत को इस अंग्रेज के संकजे से मुक्त करवाना हमारी भी मजबूरी है।
भगवान का शुक्र करो कि अभी हम सिर्फ बातों से ही जबाब दे रहे हैं वरना आप लोग जिस तरह के हिन्दूविरोधी-भारतविरोधी षडयन्त्र रच रहे हैं उनके परिणामस्वारूप तो आपको बारूद से उड़ाना भी गलत न होगा लेकिन अभी तक हम अपने अहिंसा के संसकार से बंधे हुए हैं जिससे आजाद करवाने के लिए आपने दिन रात एक किया हुआ है ।भगवान करे आपकी दिल्ली इच्छा पूरी करते हुए देशभक्त भारतीय आपसे हथियारों से ही निपटें ताकि कांग्रेस की देश से गद्दारी की इस परम्परा से हमेशा के लिए मुक्ती पाई जा सके।
अभी भी वक्त है भारविरोधियों-हिन्दूविरोधियों के पास भारतीयों की भावनाओं को समझकर उनका मान-सम्मान करने का वरना वो वक्त दूर नहीं जिस दिन इस तरह के चित्र बनाकार अपना क्रोध शांत करने वाले देशभक्त भारत के शत्रुओं पर बम्म गिराकर अपना क्रोध शांत करेंगे ।
जब सच्चा अरबी होने के नाते MFHussain ने एक गैर इस्लामिक देश भारत के बजाए एक इस्लामिक देश को अपनी अंतिम सांस लेने के बाद मृत देह को दफनाने के लिए चुना तो कांग्रेसियों ने आसमान सिर पर उठा लिया और MFHussain द्वारा बनाई गई आपतिजनक paintings से आहत भारतीयों खासकर हिन्दूओं को इसके लिए जिम्मेदार ठहराकर हिन्दूओं को तालिवीनी तक करार दे दिया ।
लेकिन आज वहीं कांग्रेसी कह रहे हैं कि सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह की आपतिजनक तसवीरें Internet पर नहीं दिखाई जानी चाहिए। मतलब एक अंग्रेज और उसका गुलाम इन कांग्रेसियों के लिए भारत मां से बड़े है।
हम समझ सकते हैं कि जब भावनायें आहत होती हैं तो कितनी तकलीफ झेलनी पड़ती है लेकिन इन कांग्रेसियों को भी समझना चाहिए कि भावनायें सिर्फ मुसलमानों , ईसाईयों, और कांग्रसियों की ही नहीं होती हैं। हम भारतीयों वोले तो हिन्दूओं की भी कुछ भावनायें हैं। अगर आप उनका ख्याल रखेंगे तो हम भी आपको निराश नहीं करेंगे।
हम भारतीय वोले तो हिन्दू मर्यादा पुरषोत्तम भगवान श्री राम जी को भारतीय संस्कृति का आधार मानकर उनकी न केवल पूजा ही करते हैं वल्कि उनके मान सम्मान के लिए अपना सर्वस्व नयौछावर करने का दमखम रखते हैं लेकिन Mr Sibal आप और आपकी पार्टी उनके अस्तित्व को नकारने का अमर्यादित आचरण करती है क्या तब आपने सोचा कि किसी की धार्मिक भावनायें आहत हो रही हैं?
जब आपकी पार्टी और आप जैसे लोगों ने एक ही सांस में MFHussain द्वारा किए गए हिन्दूओं की भावनाओं से खिलवाड़ को अभिव्यक्ति की आजादी व डच पत्रकार द्वार बनाए गए मोहम्मद के कारटून को भावनाओं से खिलवाड़ करार देकर ये जताने की कोशिश की कि गैर हिन्दूओं की भावनायें, भावनायें और हिन्दूओं की भावनायें अपराध तब आपको समझना चाहिए था कि करोड़ों हिन्दूओं को जो पीड़ा होगी उसके क्या परिणाम निकलेंगे?
Mr Sibal हमें नहीं पता कि इनमें से कौन सी तसवीर की आप बात कर रहे हैं लेकिन आप जिस भी तसवीर की बात कर रहे हैं वो तसवीर भारत माता व हिन्दू देवी-देबताओं की MFHussain द्वारा बनाई गई तसवीरों से ज्यादा आपतिजनक नहीं है।
फिर भी हम समझ सकते हैं कि आपको अपना पद वनाए रखने के लिए व आगे बढ़ने के लिए इस इटालियन अंग्रेज एडवीज एंटोनिया अलविना माईनो की चापलूसी करने के लिए ये सब कहना जरूरी व मजबूरी है लेकिन एक भारतीय होने के नाते अपने देश भारत को इस अंग्रेज के संकजे से मुक्त करवाना हमारी भी मजबूरी है।
भगवान का शुक्र करो कि अभी हम सिर्फ बातों से ही जबाब दे रहे हैं वरना आप लोग जिस तरह के हिन्दूविरोधी-भारतविरोधी षडयन्त्र रच रहे हैं उनके परिणामस्वारूप तो आपको बारूद से उड़ाना भी गलत न होगा लेकिन अभी तक हम अपने अहिंसा के संसकार से बंधे हुए हैं जिससे आजाद करवाने के लिए आपने दिन रात एक किया हुआ है ।भगवान करे आपकी दिल्ली इच्छा पूरी करते हुए देशभक्त भारतीय आपसे हथियारों से ही निपटें ताकि कांग्रेस की देश से गद्दारी की इस परम्परा से हमेशा के लिए मुक्ती पाई जा सके।
अभी भी वक्त है भारविरोधियों-हिन्दूविरोधियों के पास भारतीयों की भावनाओं को समझकर उनका मान-सम्मान करने का वरना वो वक्त दूर नहीं जिस दिन इस तरह के चित्र बनाकार अपना क्रोध शांत करने वाले देशभक्त भारत के शत्रुओं पर बम्म गिराकर अपना क्रोध शांत करेंगे ।
4 टिप्पणियां:
ab blog band hone ki aapki baari hai.
आपने टिप्पणी करने का साहस दिखाया इसके लिए आप बधाई के पात्र हैं।
सिबल एक लोक्तान्त्रत्रिक देश के नागरिक हैं, आज मंत्री हैं कल नहीं रहेंगे.
उनके व्यवहार ने स्पष्ट कर दिया कि वे राज सत्ता की खुशफहमी में जी रहे हैं.
दर्द सबको होता है भाई.
सुलभ जी साहस दिखाने के लिए धन्यवाद।हमने अक्कसर देखा है कि हमारे बहुत से मित्र इस तरह के प्रतिक्रियावादी लेखों पर टिप्पणी करने से बच के निकल जाते हैं।
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