हमने कई बार लिखा कि कांग्रेस की मानसिकता भारतविरोधी है इसके कई प्रमाण भी हमने आपको दिए। लेकिन अब तो कांग्रेस के नेता खुले तौर पर भारतीय आम जनता को बाहरी वोले तो विदेशी करार दे रहे हैं।
आपने देखा कि जब स्वामी राम देब जी ने भारत के 400 लाख करोड़ रूपए जो कि देश के गद्दारों ने लूटकर विदेशी बैंकों मे जमा करवाए हैं को भारत वापस लाने की मांग की तो कांग्रेस ने स्वामी राम देव जी को हमेशा के लिए खामोश कर देने के मकसद से रात के अन्धेरे में जब स्वामी राम देव जी व हजारों देशभक्त दिनभर भारतमात के लूटे गय धन को वापिस लाने के लिए संघर्ष करने के बाद सो रहे थे तब एक विदेशी अंग्रेज एडवीज एंटोनिया अलवीना माइनो उर्फ सोनिया गांधी की गुलाम कांग्रेस सरकार ने हमला करवा दिया।
इस दौरान संसार के सबसे खतरनाक मानबताविरोधी आतंकवादी ओसामाविन लादेन को ओसामा जी कहने वाली कांग्रेस ने स्वामीरामदेब जी को ठग, लुटेरा, कायर जैसे शब्दों का प्रयोग कर अपमानित करने का प्रयत्न किया।
38000 करोड़ रूपए की टैक्स, चोरी करने वाले आतंकवादियों के financer हसन अली का बचाब करने वाली कांग्रेस ने भारतीयता व आयुर्वेद के प्रचारक व पोषक स्वामी राम देब जी पर न केवल Money Laundering Act लगाने की धमकियां दी वल्कि केन्द्र सरकार की सब की सब ऐजेंसियों को स्वामी राम देब जी के पीछे लगा दिया जब कुछ न मिला तो अमेरिका की ईसाई खुफिया FBI की मदद लेकर स्वामी राम देव जी को फंसाने व बदनाम करने की कोशिश की गई व की जा रही है।
इतने षडयन्त्र करने के बाद भी जब कांग्रेस के हाथ कुछ ठोश नहीं लगा तो एक विदेशी अंग्रेज एडवीज एंटोनिया अलवीना माइनो उर्फ सोनिया गांधी की गुलाम कांग्रेस ने भारत में जन्मे स्वामी रामदेब जी के दांय हाथ आयुर्वेद के वैज्ञानिक आचार्या वालकृष्ण जी को विदेशी करार देकर सारी सरकारी ऐजेंसियों को उनके पीछे लगा दिया।
अब जब अन्ना जी ने कांग्रेस की चोरबजारी के विरूद्ध मोर्चा खोला तो कांग्रेस ने इस देशभक्त के लिए भी गुंडो-मवालियों जैसी भाषा का प्रयोग करते हुए अपमानित करने की कोशिश में उपर से नीचे तक भ्रष्ट करार दे देते हुए उनकी सेना की नौकरी पर भी सवाल खड़े कर दिए।जिसे सेना ने सरकार के दबाब में न आते हुए सिरे से खारिज करते हुए ये बताया कि अन्ना जी की सेना में नौकरी में कोई भी दाग नहीं है वल्कि उन्हें पांच-पांच मैडल भी मिले हैं।
इन सब षडयन्त्रों में मुंह की खाने के बाद भी कांग्रेस ने एक कदम और आगे बढ़ाते हुए अन्ना जी के इस अन्दोलन के पीछे विदेशी हाथ बताकर जनता को गुमराह करने की कोशिश की। कांग्रेस का ईसारा ईसाई अमेरिका की ओर था ।इससे पहले कांग्रेस अन्ना हजारे के पीछे RSS का हाथ बता चुकी थी। इन दोनों आरोंपो का एक ही मकसद था कि RSS व USA का नाम आने के बाद आतंकवादी मुसलमान व उनके समर्थक अन्ना हजारे के अन्दोलन के विरोध में कूद पड़ें और देश में दंगा-फसाद की चुनौता को बहाना बनाकर विदेशी अंग्रेज एडवीज एंटोनिया अलवीना माइनो उर्फ सोनिया गांधी की गुलाम कांग्रेस को देशभक्तों के इस अन्दोलन को कुचलने का मौका मिल जाए।
कांग्रेस की फूट डालो और राज करो की इसी निती को सफल बनाने के लिए NDTV ने चर्चा के माध्यम से देशभक्तों के इस अन्दोलन को सिर्फ स्वर्णों के मध्यम बर्ग का अन्दोलन बताकर इस अन्दोलन को गरीबविरोधी-दलित विरोधी व मुसलिमविरोधी करार देने की कोशिश की जिसमें NDTV ने ISI ऐजेंट परजीवियों का सहार लिया।
कांग्रेस के इस फूट डालो और राज करो के षडयन्त्र को आगे बढ़ाने के लिए Star News ने भी पूरा जोर लगाया।
इन सब षडयन्त्रों से भी काम न बना तो कांग्रेस ने देशभक्त जनता के इस अन्दोलन के विरोध में सब सांसदों को खड़ा करने के लिए संसद के मानसम्मान का नारा देते हुए सब सांसदों को बाहरी हस्तक्षेप(भारतीय जनता) के विरूद्ध एकजुट होने की अपील की।
जरा सोचो कि जिस कांग्रेस को इटालियन अंग्रेज एडवीज एंटोनिया अलवीना माइनो उर्फ सोनिया गांधी की गुलामी करने में कोई आपति नहीं वो गुलाम कांग्रेस भारतीय जनता को विदेशी कहकर किसके दम पर भारतीयों का अपमान कर खुद को विदेशीयों का ऐजेंट साबित कर सब देशभक्तों को चुनौती दे रही है कि अगर दम है तो उखाड़ लो जो उखाड़ सकते हो?
इस अहंकार का आधार एक ही है कांग्रेस जानती है कि उसने विदेशीयों के इसारे पर देश में कानून सांप्रदाय-जाति-क्षेत्र-भाषा आधारित बनाकर फूट-डालो और राज करो का जो षडयन्त्र रचा है वो हर हाल में सफल होगा क्योंकि भारतीयों के पास इस षडयन्त्र का अभी तक कोई तोड़ नहीं।
क्या आपके पास कोई तोड़ है?
आपने देखा कि जब स्वामी राम देब जी ने भारत के 400 लाख करोड़ रूपए जो कि देश के गद्दारों ने लूटकर विदेशी बैंकों मे जमा करवाए हैं को भारत वापस लाने की मांग की तो कांग्रेस ने स्वामी राम देव जी को हमेशा के लिए खामोश कर देने के मकसद से रात के अन्धेरे में जब स्वामी राम देव जी व हजारों देशभक्त दिनभर भारतमात के लूटे गय धन को वापिस लाने के लिए संघर्ष करने के बाद सो रहे थे तब एक विदेशी अंग्रेज एडवीज एंटोनिया अलवीना माइनो उर्फ सोनिया गांधी की गुलाम कांग्रेस सरकार ने हमला करवा दिया।
इस दौरान संसार के सबसे खतरनाक मानबताविरोधी आतंकवादी ओसामाविन लादेन को ओसामा जी कहने वाली कांग्रेस ने स्वामीरामदेब जी को ठग, लुटेरा, कायर जैसे शब्दों का प्रयोग कर अपमानित करने का प्रयत्न किया।
38000 करोड़ रूपए की टैक्स, चोरी करने वाले आतंकवादियों के financer हसन अली का बचाब करने वाली कांग्रेस ने भारतीयता व आयुर्वेद के प्रचारक व पोषक स्वामी राम देब जी पर न केवल Money Laundering Act लगाने की धमकियां दी वल्कि केन्द्र सरकार की सब की सब ऐजेंसियों को स्वामी राम देब जी के पीछे लगा दिया जब कुछ न मिला तो अमेरिका की ईसाई खुफिया FBI की मदद लेकर स्वामी राम देव जी को फंसाने व बदनाम करने की कोशिश की गई व की जा रही है।
इतने षडयन्त्र करने के बाद भी जब कांग्रेस के हाथ कुछ ठोश नहीं लगा तो एक विदेशी अंग्रेज एडवीज एंटोनिया अलवीना माइनो उर्फ सोनिया गांधी की गुलाम कांग्रेस ने भारत में जन्मे स्वामी रामदेब जी के दांय हाथ आयुर्वेद के वैज्ञानिक आचार्या वालकृष्ण जी को विदेशी करार देकर सारी सरकारी ऐजेंसियों को उनके पीछे लगा दिया।
अब जब अन्ना जी ने कांग्रेस की चोरबजारी के विरूद्ध मोर्चा खोला तो कांग्रेस ने इस देशभक्त के लिए भी गुंडो-मवालियों जैसी भाषा का प्रयोग करते हुए अपमानित करने की कोशिश में उपर से नीचे तक भ्रष्ट करार दे देते हुए उनकी सेना की नौकरी पर भी सवाल खड़े कर दिए।जिसे सेना ने सरकार के दबाब में न आते हुए सिरे से खारिज करते हुए ये बताया कि अन्ना जी की सेना में नौकरी में कोई भी दाग नहीं है वल्कि उन्हें पांच-पांच मैडल भी मिले हैं।
इन सब षडयन्त्रों में मुंह की खाने के बाद भी कांग्रेस ने एक कदम और आगे बढ़ाते हुए अन्ना जी के इस अन्दोलन के पीछे विदेशी हाथ बताकर जनता को गुमराह करने की कोशिश की। कांग्रेस का ईसारा ईसाई अमेरिका की ओर था ।इससे पहले कांग्रेस अन्ना हजारे के पीछे RSS का हाथ बता चुकी थी। इन दोनों आरोंपो का एक ही मकसद था कि RSS व USA का नाम आने के बाद आतंकवादी मुसलमान व उनके समर्थक अन्ना हजारे के अन्दोलन के विरोध में कूद पड़ें और देश में दंगा-फसाद की चुनौता को बहाना बनाकर विदेशी अंग्रेज एडवीज एंटोनिया अलवीना माइनो उर्फ सोनिया गांधी की गुलाम कांग्रेस को देशभक्तों के इस अन्दोलन को कुचलने का मौका मिल जाए।
कांग्रेस की फूट डालो और राज करो की इसी निती को सफल बनाने के लिए NDTV ने चर्चा के माध्यम से देशभक्तों के इस अन्दोलन को सिर्फ स्वर्णों के मध्यम बर्ग का अन्दोलन बताकर इस अन्दोलन को गरीबविरोधी-दलित विरोधी व मुसलिमविरोधी करार देने की कोशिश की जिसमें NDTV ने ISI ऐजेंट परजीवियों का सहार लिया।
कांग्रेस के इस फूट डालो और राज करो के षडयन्त्र को आगे बढ़ाने के लिए Star News ने भी पूरा जोर लगाया।
इन सब षडयन्त्रों से भी काम न बना तो कांग्रेस ने देशभक्त जनता के इस अन्दोलन के विरोध में सब सांसदों को खड़ा करने के लिए संसद के मानसम्मान का नारा देते हुए सब सांसदों को बाहरी हस्तक्षेप(भारतीय जनता) के विरूद्ध एकजुट होने की अपील की।
जरा सोचो कि जिस कांग्रेस को इटालियन अंग्रेज एडवीज एंटोनिया अलवीना माइनो उर्फ सोनिया गांधी की गुलामी करने में कोई आपति नहीं वो गुलाम कांग्रेस भारतीय जनता को विदेशी कहकर किसके दम पर भारतीयों का अपमान कर खुद को विदेशीयों का ऐजेंट साबित कर सब देशभक्तों को चुनौती दे रही है कि अगर दम है तो उखाड़ लो जो उखाड़ सकते हो?
इस अहंकार का आधार एक ही है कांग्रेस जानती है कि उसने विदेशीयों के इसारे पर देश में कानून सांप्रदाय-जाति-क्षेत्र-भाषा आधारित बनाकर फूट-डालो और राज करो का जो षडयन्त्र रचा है वो हर हाल में सफल होगा क्योंकि भारतीयों के पास इस षडयन्त्र का अभी तक कोई तोड़ नहीं।
क्या आपके पास कोई तोड़ है?
2 टिप्पणियां:
एक ही परिवार (गांधी ब्रांडेड नेहरु परिवार) के लोग साठ सालों से केंद्र में कब्ज़ा जमाये हुए है. फिर भी कांग्रेसी नेता और उसके समर्थक कहते हैं कि हम लोकतंत्र में हैं.
वाकई कांग्रेसी षड्यंत्र (फूट डालो राज करो) का कोई तोड़ नहीं :(
bhartiyon ko ekjut hona chahiye, n ki aapas me ladna..
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