धर्मनिर्पेक्ष आतंकवादियों द्वारा रचे जा रहे हिन्दूविरोधी-देशविरोधी षडयन्त्रों को उजागर करने की कोशिश। हमारा मानना है कि भारत में कानून सांप्रदाय,जाति,भाषा,क्षेत्र,लिंग अधारित न बनाकर भारतीयों के लिए बनाए जाने चाहिए । अब वक्त आ गया है कि हिन्दूमिटाओ-हिन्दूभगाओ अभियान चलाने वाले भारतविरोधी धर्मनिर्पेक्ष आतंकवादियों को उनके समर्थकों सहित खत्म करने के लिए सब देशभक्तों द्वारा एकजुट होकर निर्णायक अभियान चलाया जाए।
रविवार, 29 अगस्त 2010
NGOs के माध्यम से चर्च के भारत-विरोधी षड्यन्त्र-4
आयातित कार्य योजनायें
देशविरोधी कार्यक्रमों संगठनों की पहचानकर उनके बीच सम्पर्कसूत्र स्थापित कर जानकारी एकत्र कर उसका अदान प्रदान करना। देशविरोधी षडयन्त्रों को अन्जाम देने के लिए प्रशिक्षण देकर योजना बनाना—जैसे महाराष्ट्र व पश्चिम उत्तर प्रदेश में शरद जोशी व महेन्द्र सिंह टिकैत के अन्दोलन। दोनों का पर्यवसन राजनैतिक पक्ष में हो गया और टास्कफोर्स का प्रमुख शरदजोशी बन रए जो कि देश के लिए चिन्ता की बात है।
जातिसंघर्ष भड़काना
I. अनुसुचित जाति व जनजाति की शिकायतों की पहचान करने के लिए अध्ययन करना व उसका अपने हिसाब से दुरूपयोग करने का प्रयत्न करना।
II. कार्य का लेखन करना व उसे अपने गुटों तक पहुंचाना।
III. अनुसुचित जाति व जनजाति के बीच अपने षडयन्त्रों के अनुकूल नेतृत्व तैयार करना।
IV. जाति अधारित विभाजन की भूमिका बनाने के लिए देशविरोधी नेता तैयार करना।
V. स्थानी संघर्षों को जातीय संघर्ष का नाम देकर उसे अन्तराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक प्रचार देना।
VI. कुल मिलकार देश के छोटे-छोटे घरेलू व स्थानीय झगड़ों को बड़ाचडढ़ाकर पेशकर देश में हिन्दूविरोधी-देशविरोधी महौल बनाना।
अपने इन सब षडयन्त्रों को अन्जाम देने के लिए निर्माण किया
i. DS4 (दलित शोषित समाज संघर्ष समिती).
ii. वामसिफ( बहुजन एण्ड माइनारिटीज कम्यूनिटी).
iii. इन्साफ नाम का गिरोह मराठवाड़ा में।
iv. दलित बोयास दक्षिण में
जनजातिय नीति
a) जनजातियों को प्रसासनिक ,राजनैतिक , आर्थिक व सामाजिक एकता के विरूद्ध मोड़ना।
b) विविध मुक्ती मोर्चा की स्थापना कर अराजकता के लिए संघर्ष निर्माण करना। जैसे
i. बोडो क्षेत्र में वनवेशवर ब्रह्म की हत्या
ii. त्रिपुरा में शांति बाबा की हत्या
iii. जनजातिय क्षेत्रों में संघ प्रचारकों की हत्या
iv. गेगांग अपांग को मेघालय के मुख्यमन्त्री पद से अपदस्थ करने का प्रयास
v. मेघापाटेकर--गौतम नबलखा— अग्निवेश व अरूंधती राय जैसे हिन्दूविरोधी-देशविरोधी लोगों को आगे बढ़ाना।
विविध लड़ाकु गुटों का निर्माण करना जैसे
i. काष्टकरी संगठन
ii. श्रमिक मुक्ति सेना
iii. सर्वहारा अन्दोलन
iv. शोषित जन अन्दोलन
v. भूमि सेना
vi. आदिवासी हक संघर्ष समिति
vii. आदिवासी एकता समिति आदि-आदि---
चर्च के षडयन्त्रों को अन्जाम देने के लिए चर्च के माध्यम से विदेशों से धन प्रात करने वाले NGOS
1. वचन
2. तुलसी ट्रस्ट
3. जाणीव गुट
4. प्रवोधन सेवा मण्डल
5. जन सेवा ट्रस्ट
6. नव ट्रस्ट
7. नव दृष्टि
8. नया जीवन( ठाणे महाराष्ट्र)
9. जन कल्याण ट्रष्ट
10. प्राइड इन्डिया
11. हैलो इन्डिया
12. मिशन इन्डिया
13. आशादीप
14. नव सर्जन ट्रस्ट
15. हेल्पेज इन्डिया
आदि-आदि
मार्ट 2010 तक सिर्फ हिमाचल प्रदेश में ही इनकी संख्या 4000 से अधिक है। यही हाल सारे देश का है।
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2 टिप्पणियां:
सुनील जी नमस्ते
बहुत अच्छी पोस्ट है आपने खोजपूर्ण और सत्य पर आधारित लेख इशयियो क़े शंयंत्र क़े पर्दा फास क़े लिए बहुत-बहुत धन्यवाद.
इतनी अच्छी शोध पूर्ण जानकारी लगता है की भारत कब समझेगा.
सुनील नमस्ते
भारत के धन से भारत बिरोधी कार्य हो रहा है . इसके लिए लोगो को जगाना आवश्यक है
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