मित्रो हम और आप सब जानते हैं कि दिल्ली में सबके सब मिडीया चैनलों के
कार्यालय हैं और मिडीया चैनल कभी नहीं चाहेंगे कि दिल्ली में भाजपा जैसी
हिन्दुत्वनिष्ठ पार्टी की सरकार बने क्योंकि ऐसी सरकार बनने से मिडीया चैनलों को
हर वक्त अपने कुकर्मों के पकड़े जाने का डर सताता रहेगा ...इसलिए मिडीया लगातार
आदर्शवाद एक ऐसी घुटी भाजपा को पिलाने की कोशिश कर रहा है जिसे आज तक जिसने भी
पिया है या फिर पीने की कोशिश की है वो वेमौत मारा गया है।
दिल्ली की समझदार जनता ने भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी बनाकर भाजपा को
दिल्ली में अच्छा काम कर सारे देश का दिल जीतने का एक सुनहरा मौका दिया है जिसे
भाजपा द्वारा फजूल के आदर्शवाद में बर्बाद करना हमारे विचार से मूर्खता होगी। हम
सब जानते हैं कि दिल्ली में दूसरे नम्वर पर आप पार्टी 28 सीटों के साथ और तीसरे पर
काँग्रेस आठ सीटों के साथ है। कुलमिलाकर दिल्ली में काँग्रेस सरकार ने अपने प्रभाव
को प्रयोग कर आप की 27 सीटों को 28 में बदलकर सेकुलर सरकार बनाने की सम्भावनाओं को
जिन्दा रखा ...लेकिन दिल्ली की जनता का रूझान देशभक्त सरकार बनाने के लिए है
सेकुलर सरकार के लिए नहीं..
हमारी जानकारी के अनुसार काँग्रेस के कम से कम 5 बिधायक व दो निर्दलीय
विधायक भाजपा के साथ आने के लिए ततपर हैं क्योंकि वो अच्छी तरह जानते हैं कि
दिल्ली को विकाश और सुरक्षा के मार्ग पर भाजपा ही आगे बढ़ा सकती है सेकुलर
काँग्रेस और आप नहीं क्योंकि आज दिल्ली में जो अरजकता की स्थिति है वो सेकुलर
गद्दारों द्वारा संचालित सरकारों की ही देन है और अगर दिल्ली में फिर से देशभक्तों
की जगह सेकुलर गद्दारों की सरकार बनती है तो दिल्ली को वर्बादी से कोई नहीं बचा सकता
...इन सेकुलर गद्दारों ने बंगलादेशी घुसपैठियों और वर्मा से आए घुसपैठियों को
दिल्ली में बसाकर दिल्ली की Demography को बहुत बुरी तरह खराब कर दिया है अगर इन
घुसपैठियों को सेकुलर आप पार्टी का तीसरा विकल्प न होता तो इसवार भी काँग्रेस को
ही अधिकतर सीटें मिलती क्योंकि घुसपैठियों के देश या राज्य से कोई सरोकार नहीं
उन्हें तो सिर्फ अपनी घुसपैठ को बैधता देने वाले दल को ही चुनना होता है अगर आप
पार्टी धर्मनिरपेक्षता की आड़ में इन घुसपैठियों के साथ न हीती और देशभक्ति के
मार्ग पर चलती तो हम भी आप का समर्थन करते लेकिन आज की कड़वी सच्चाई यही है कि आप
पार्टी की दशा और दिशा वही है जो वाकी सेकुलर पार्टियों की है इसलिए भाजपा को
दिल्ली के देशभक्त वोटरों की भावनाओं का ध्यान ऱखते हुए व दिल्ली के विकाश और
शान्ति की खातिर यथाशीघ्र सरकार बनाने का दाबा पेशकर सरकार बनाकर दिल्ली को सेकुलर
गद्दारों के चुंगल से मुक्त करवाकर अपने कर्तव्य का निर्वाह करना चाहिए...
2 टिप्पणियां:
नकारात्मक गुण छिपा, ले ईमान की आड़ ।
व्यवहारिकता की कमी, दुविधा रही बिगाड़ ।
दुविधा रही बिगाड़, तर्क-अभिव्यक्ति जरुरी ।
आपेक्षा अब आप, करो दिल्ली की पूरी ।
पानी बिजली सहित, प्रशासन स्वच्छ सकारा ।
वायदे करिये पूर, अन्यथा कहूं नकारा ॥
दिल्ली में ईसाई, मुसलमान, सेकुलरिस्ट और बांग्लादेशियों का कुल ओट केजरीवाल को मिला है कुछ सीधे-सादे देश भक्त भी इनका चक्कर में चले गए आज आवस्यकता है कि हिन्दू समाज सोचे-समझे और विचार पएबाक केजरीवाल जैसों का पर्दाफास करे----!
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