कल दिनांक 7 सित्मबर 11 को आप सबने देखा कि किस तरह एकवार फिर भारतविरोधी आतंकवादियों ने दिल्ली उच्च न्यायलय में धमाका कर भारतीयों का खून बहाया। इसी धमाके के संदर्भ में STAR NEWS ने आतंकवाद से कैसे बचा जा सकता है विषय पर एक चर्चा का आयोजन किया।
इसी चर्चा के दौरान रक्षा विशेषज्ञ भरत वर्मा जी ने बताया कि क्योंकि इस धमाके में RDX से भी खतरनाक explosive PETN का उपयोग किया गया जो कि इस बात की ओर इसारा करता है कि इस हमले में एकवार फिर ISI का हाथ है। यह वही विस्फोटक है जिसका उपयोग अलकायदा द्वारा किया जाता है। इसलिए अब वक्त आ गया है कि भारत अपने निर्दोष नागरिकों का लगातार कत्ल करवाते रहने के बजाए आतंकवादियों को उनके विल में घुश कर मारे।
इतना सुनते ही मानो कांग्रेसी प्रवक्ता शकील एहमद के अन्दर छुपी जिहादी आतंकवादी मानसिकता मानो उनकी जुवां पर भी आ गई और उसने न आब देखा न ताब बस सीधे रक्षा विशेषज्ञ भरत वर्मा जी पर सीधा हमला वोल दिया। हमला भी ऐसा कि मानो वो रक्षा विशेषज्ञ उनका सबसे बड़ा शत्रु हो। शकील ने कहा तुम पदाधिकारियों मतलब सैनिकों की यही सबसे बड़ी दिक्कत है कि तुम इनको मतलब भारतविरोधी आतंकवादियों को मारने की बात कतरते हो…मतलब आतंकवादियों को मारना तो दूर आतंकवादियों को मारने की बात सुना भी अब कांग्रेंस को बर्दाश नहीं। वेचारे भरत वर्मा जी चुप हो गए। आखिर कांग्रेसी गुण्डों से लड़ना किसी आम इनसान के वस की बात तो नहीं।
उसके बाद ANTI TERRORIST FRONT के मुखिया विट्टा जी ने एक देशभक्त कांग्रेसी होने के नाते इस आतंकवाद समर्थक कांग्रेसी प्रवक्ता से पूछा कि क्यों दिल्ली की मुख्यमन्त्री भुलर की मां को एडवीज एंटोनिया अलवीना माइनो उर्फ सोनिया गांधी से मिलाने ले गई थी? क्यों कपिल सिब्बल ने भुलर का केश लड़ा ?क्यों कांग्रेस ने देश से गद्दारी कर भारतीयों के कातिल अफजल की फांसी को रोका के हुआ है?
बस फिर क्या था इस आतंकवाद समर्थक कांग्रेसी प्रवक्ता ने विट्टा जी पर भी हमला वोल दिया उनको अपमानित करने के लिए जो भी अपमानजनक शब्द वोले जा सकते थे सब के सब वोल डाले पर इस वार इस गुण्डे का बास्ता एक देशभक्त कांग्रेसी से ही पड़ा था।
विट्टा जी फिर पूछा कि क्यों गद्दार कांग्रेसी मोहन चन्द शर्मा जी की शहीदी का अपमान करने के लिए एक आतंकवादी के घर गए ?उस आतंकवादी को निर्दोष बताकर आतंकवादियों का हौसला बढ़ाया ? सुरक्षावलों का मनोवल कमजोर किया ?फिर जो बिट्टा जी व अन्य सबने इस आतंकवादियों के समर्थक को खींच-खींच कर जूते मारे बस मजा आ गया।
उसके बाद ये आतंकवादवाद समर्थक कांग्रेसी प्रवक्ता आ गया अपनी फूट डालो और राज करो की उस नीचता पर जिसके लिए कांग्रेस अक्कसर जानी जाती है । बस फिर क्या था इस आतंकवादी ने शुरू कर दिया कि हिन्दू देश में आतंकवाद फैला रहे हैं ।
अब इस आतंकवादी कांग्रेसी प्रवक्ता से कोई फूछता कि दिल्ली में अब तक हुए दर्जनों बम्म धमाकों में से कितने हिन्दूओं ने किए तो जरा सोचो ये गद्दार क्या जबाब देता…
ऐसा नहीं कि इस गद्दार को इसी चैनल पर जूते पड़े । लगभग सभी चैनलों पर जहां भी ये गद्दार गया उसका हर जगह यही हश्र हुआ।
हम ये नहीं कहते कि ये इसकी व्यक्तिगत गद्दारी है ये कांग्रेस की सरकारी गद्दारी है
भारतविरोधी आतंकवादियों से आम भारतीयों को मरवाकर उनके कत्त्ल का दोश देशभक्त भारतीयों पर लगाकर पाकिस्तन की ISI के भारतविरोधी षडयन्त्रों को सफल बनाने के लिए भारतीयों को आपस में लड़ाओ…
पहचानों इन्हें
इसी चर्चा के दौरान रक्षा विशेषज्ञ भरत वर्मा जी ने बताया कि क्योंकि इस धमाके में RDX से भी खतरनाक explosive PETN का उपयोग किया गया जो कि इस बात की ओर इसारा करता है कि इस हमले में एकवार फिर ISI का हाथ है। यह वही विस्फोटक है जिसका उपयोग अलकायदा द्वारा किया जाता है। इसलिए अब वक्त आ गया है कि भारत अपने निर्दोष नागरिकों का लगातार कत्ल करवाते रहने के बजाए आतंकवादियों को उनके विल में घुश कर मारे।
इतना सुनते ही मानो कांग्रेसी प्रवक्ता शकील एहमद के अन्दर छुपी जिहादी आतंकवादी मानसिकता मानो उनकी जुवां पर भी आ गई और उसने न आब देखा न ताब बस सीधे रक्षा विशेषज्ञ भरत वर्मा जी पर सीधा हमला वोल दिया। हमला भी ऐसा कि मानो वो रक्षा विशेषज्ञ उनका सबसे बड़ा शत्रु हो। शकील ने कहा तुम पदाधिकारियों मतलब सैनिकों की यही सबसे बड़ी दिक्कत है कि तुम इनको मतलब भारतविरोधी आतंकवादियों को मारने की बात कतरते हो…मतलब आतंकवादियों को मारना तो दूर आतंकवादियों को मारने की बात सुना भी अब कांग्रेंस को बर्दाश नहीं। वेचारे भरत वर्मा जी चुप हो गए। आखिर कांग्रेसी गुण्डों से लड़ना किसी आम इनसान के वस की बात तो नहीं।
उसके बाद ANTI TERRORIST FRONT के मुखिया विट्टा जी ने एक देशभक्त कांग्रेसी होने के नाते इस आतंकवाद समर्थक कांग्रेसी प्रवक्ता से पूछा कि क्यों दिल्ली की मुख्यमन्त्री भुलर की मां को एडवीज एंटोनिया अलवीना माइनो उर्फ सोनिया गांधी से मिलाने ले गई थी? क्यों कपिल सिब्बल ने भुलर का केश लड़ा ?क्यों कांग्रेस ने देश से गद्दारी कर भारतीयों के कातिल अफजल की फांसी को रोका के हुआ है?
बस फिर क्या था इस आतंकवाद समर्थक कांग्रेसी प्रवक्ता ने विट्टा जी पर भी हमला वोल दिया उनको अपमानित करने के लिए जो भी अपमानजनक शब्द वोले जा सकते थे सब के सब वोल डाले पर इस वार इस गुण्डे का बास्ता एक देशभक्त कांग्रेसी से ही पड़ा था।
विट्टा जी फिर पूछा कि क्यों गद्दार कांग्रेसी मोहन चन्द शर्मा जी की शहीदी का अपमान करने के लिए एक आतंकवादी के घर गए ?उस आतंकवादी को निर्दोष बताकर आतंकवादियों का हौसला बढ़ाया ? सुरक्षावलों का मनोवल कमजोर किया ?फिर जो बिट्टा जी व अन्य सबने इस आतंकवादियों के समर्थक को खींच-खींच कर जूते मारे बस मजा आ गया।
उसके बाद ये आतंकवादवाद समर्थक कांग्रेसी प्रवक्ता आ गया अपनी फूट डालो और राज करो की उस नीचता पर जिसके लिए कांग्रेस अक्कसर जानी जाती है । बस फिर क्या था इस आतंकवादी ने शुरू कर दिया कि हिन्दू देश में आतंकवाद फैला रहे हैं ।
अब इस आतंकवादी कांग्रेसी प्रवक्ता से कोई फूछता कि दिल्ली में अब तक हुए दर्जनों बम्म धमाकों में से कितने हिन्दूओं ने किए तो जरा सोचो ये गद्दार क्या जबाब देता…
ऐसा नहीं कि इस गद्दार को इसी चैनल पर जूते पड़े । लगभग सभी चैनलों पर जहां भी ये गद्दार गया उसका हर जगह यही हश्र हुआ।
हम ये नहीं कहते कि ये इसकी व्यक्तिगत गद्दारी है ये कांग्रेस की सरकारी गद्दारी है
भारतविरोधी आतंकवादियों से आम भारतीयों को मरवाकर उनके कत्त्ल का दोश देशभक्त भारतीयों पर लगाकर पाकिस्तन की ISI के भारतविरोधी षडयन्त्रों को सफल बनाने के लिए भारतीयों को आपस में लड़ाओ…
पहचानों इन्हें
2 टिप्पणियां:
I allways says all muslims are terrorists and they are anti BHARAT
मै देख रहा था इस चर्चा को ... अब तो कागरेसी मानसिकता पूरे देश के सामने आ गयी है... लाशों पर राजनीति करने वाले कुत्तों की मौत भी आने ही वाली है... बिट्टा जी ने दो कई बार दावा किया कि केवल एक साल मे आतंकवाद पर विजय पाई जा सकती है.... बस एक बार वोट की राजनीति को एक साल के लिए किनारे रख दिया जाय... लेकिन ये कांग्रेसी कुत्ते सत्ता के इतने भूखे हैं कि इन्हें सत्ता मिलनी चाहिए चाहे देश के टुकड़े टुकड़े हो जाएँ
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