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मोदीराज लाओ

मोदीराज लाओ
भारत बचाओ

बुधवार, 26 दिसंबर 2012

हैरान हूँ सिपाही के लिए काँग्रेसियों के आँसू देखकर!

h1दोस्तो आतंकवादियों के लिए आँसू बहाने वाली कांग्रेस अगर देश के रक्षकों के आँसू बहाए तो बिदेशी अंग्रेज की गुलाम कांग्रेस का असली हिन्दूविरोधी-भारतविरोधी चरित्र बहचानने वालों को हैरानी होना स्वभाबिक ही है।

जैसे ही हमने  देखा कि आतंकवादियों की फांसी की सजा की फायल को बर्षों तक रोककर रखने वाली दिल्ली की मुख्यमन्त्री व बटला हाऊस में इसलामिक आतंकवादियों के हमले में शहीद हुए मोहन चन्द शर्मा जी को अपमानित करवाने वाली केन्द्र सरकार का प्रतिनिधि एक सिपाही सुभाष तोमर जी के अन्तिम सरकार में सामिल होकर ये सन्देश देने की कोशिस कर रहा है कि हमेशा आतंकवादियों का साथ देने वाले वाली सेकुलर गद्दारों की सरकार पुलिस के साथ है तो हमारे अचरज का कोई ठिकाना न रहा।

हम हैरान रह गए कि जो कांग्रेस इसलामिक आतंकवादियों को मार गिराने वाले पुलिस के अधिकारियों व सिपाहियों को जेलों में बन्द कर यातनायें दे रही है वही काँग्रेस एक सिपाही के साथ कैसे खड़ी हो सकती है?

अगर हम निष्पक्ष रूप से इस सारी घटना को देखें तो अगर सरकार भारतीय जनता और पुलिस को लड़ाने का षडयन्त्र रचने के बजाए बालातकार के दोषियों को फांसी की सजा का प्राबधान करने के लिए कानून बनबाने के लिए बिपक्ष व आम जनता की मांग को मान लेती तो न तो आम जनता पर पुलिस को सरकार के कहने पर हमला करना पड़ता और न ही कोई संघर्ष होता। जब संघर्ष ही नहीं होता तो भारतीय जनता व पुलिस में से किसी को भी जानमाल की क्षति नहीं उठानी पड़ती।

कुल मिलाकर आतंकवादियो ---अपराधियों---भर्ष्टाचारियों---व बालातकारियों की मददगार कांग्रेस सरकार ने बालातकारियों को बचाने के लिए पहले तो पुलिस को भारतीय जनता पर हमला करने के लिए मजबूर किया ठीक उसी तरह जिस तरह इसने 4 जून की रात्रि को किया था और फिर दुर्धटनाबस शहीद हुए सिपाही की मौत को इस तरह से तूल दिया ताकि भारतीय जनता और भारतीय पुलिस एक-दूसरे के बिरूद्ध संघर्षरत हैं ऐसा भारतविरोधी महौल बनाया जा सके ।ये तो शुक्र है भगवान का कि मिडीया कबरेज में सबकुछ कैद हो चुका सबके सामने आ गया सरकार की पकड़ में आने से पहले ही बरना 4जून रात्रि को ढाए गए जुल्मों की रिकार्डिग की तरह इसको भी तबाह कर देती और निर्दोष लोगों पर मुकद्दमा चलाकर आम भारतीयों द्वारा देशहित में चलाए जा रहे अन्दोलनों को और बदनाम करती।

अगर पुलिस में कोई ब्यक्ति लगातार सरकार की भाषा बोल रहा है तो वो है तेजेन्द्र लूथरा जी ।तेजेन्द्र लूथरा जी को याद रखना चाहिए कि ये वही काँग्रेस सरकार है जिसने दबाब इसलामिक आतंकवादियों को जेलों से छुड़वाने के लिए हिन्दूओं को जेलों में बन्द करवाने के बाद हेमन्तकरकरे जी को इसलामिक आतंकवादियों के माध्यम से ही ठिकाने लगबा दिया।

अन्त में हम भारत के जागरूक नागरिकों से यही बिनती करेंगे कि कोई भी राय बनाने से पहले काँग्रेस के भारतविरोधी चरित्र को अच्छी तरह समझ लें व देश की आम जनता को भी ये भारतविरोधी---सेनाविरोधी—पुलिसविरोधी षडयन्त्र इस तरह समझ आ जाए कि आम लोग खुदबाखुद कह उठें कि ये घड़ियाली आँसू हैं और हम इन आंसूओं की परबाह न करते हुए इस भारतविरोधी सेकुलर गद्दारों की सरकार को उखाड़खर उसकी जगह बिकासोन्मुख—न्यायप्रिए—देशभक्त मोदी जी की सरकार बनाकर ही दम लेंगे

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