हमने आपको पिछले कई लेखों में बताया कि किस तरह एंटोनिया की गुलाम कांग्रेस सरकार ने अपने अन्य सेकुलर गिरोह के साथियों की सहायता से कशमीर घाटी सहित देश के अधिकतकर हिस्सों में भारतीय सेना सहित सबके सब सुरक्षाबलों को आत्मरक्षा के अधिकार से बंचित कर दिया है। जब भी आतंकवादी सुरक्षाबलों पर हमला करते हैं तब सरकार आतंकवादियों से सख्ती से निपटने के बजाए सुरक्षावलों पर दबाब बनाना शुरू कर देती है। परिणामस्वारूप सुरक्षावलों को लगातार जान-माल की हानि उठानी पड़ रही है वो भी विना आत्मरक्षा के लिए लड़े विना।
हैरानी तो इस बात की है कि अधिकतर समाचार चैनल व समाचार पत्र भी आतंकवादियों के विरूद्ध जनता को जागरूक करने के बजाए आदमखोर आतंकवादियों का खुल कर बड़ी वेशर्मी से समर्थन कर रहे हैं।
जोगिन्द्र जी पहले ही पहराग्राफ में जिस तसवीर की बात कर रहे हैं वो ये है।
आतंकवादियों द्वारा सुरक्षावलों पर किए जा रहे हमलों के बाद सरकार किस हद तक आतंकवादियों का साथ दे रही है उसका प्रमाण है फारूक अबदुल्ला का ये बयान।
हम ज्यादा न लिखते हुए आपसे सिर्फ इतनी उम्मीद करते हैं कि आप इस लेख को ध्यान से पढ़ने के बाद सरकार के आतंकवाद समर्थक कदमों का विरोध करते हुए अपने देश की रक्षा की खातिर संसार की सबसे अधिक संवेदनशील भारतीय सेना के साथ खड़े होगें।
3 टिप्पणियां:
sabse पहले मुख्यमंत्री को बर्खास्त कर देना चाहिए ,जब कुत्ता पागल हो जाता है तो उसे गोली ही मरना पड़ता है ये आतंकबादी पागल कुत्ते क़े समान है देश क़े लिए अगर २५-५० हज़ार को मरना पड़े तो सरकार को झिझक नहीं होनी चाहिए .
अगर सुरक्षाबल कुछ न करे और इसी तरह पिटते रहें तब लगेगा उम्र अब्दुल्ला को की सबकुछ ठीक है.हमारी मीडिया ........................?
welcme- www.twitter.com/rahul8193
अगर सुरक्षाबल कुछ न करे और इसी तरह पिटते रहें तब लगेगा उम्र अब्दुल्ला को की सबकुछ ठीक है.हमारी मीडिया ........................?
welcome- www.twitter.com/rahul8193
एक टिप्पणी भेजें