धर्मनिर्पेक्ष आतंकवादियों द्वारा रचे जा रहे हिन्दूविरोधी-देशविरोधी षडयन्त्रों को उजागर करने की कोशिश। हमारा मानना है कि भारत में कानून सांप्रदाय,जाति,भाषा,क्षेत्र,लिंग अधारित न बनाकर भारतीयों के लिए बनाए जाने चाहिए । अब वक्त आ गया है कि हिन्दूमिटाओ-हिन्दूभगाओ अभियान चलाने वाले भारतविरोधी धर्मनिर्पेक्ष आतंकवादियों को उनके समर्थकों सहित खत्म करने के लिए सब देशभक्तों द्वारा एकजुट होकर निर्णायक अभियान चलाया जाए।
शुक्रवार, 22 जनवरी 2010
एम एफ हुसैन की हिन्दूविरोधी-देशविरोधी चित्रकारी के समर्थक एस दीपंकर के नाम संदेश
आज दिनांक 20-01-2010 को हमने पंजाब केसरी में एक संपादकीय पढ़ा जिसका सीर्षक है मुसलिम जिहादी आतंकबादी हुसैन स्वदेश कब लौट पायेंगे।मन को बहुत पीड़ा हुई ये जानकर कि भारत में ऐसे भी हिन्दू हैं जो अपनी मां बहन हेटी की नंगी तस्वीरें एम एफ हुसैन से बनबाकर देखना चाहते हैं।उन्हीं का प्रतिनिधित्व करते हैं एस दीपांकर । हम तो एस दीपांकर जैसी मानसिकता रखने बाले लोगों से यही कहेंगे कि अगर वो सच में एम एफ हुसैन को जिहादी आतंकवादी नहीं मानते हैं तो वो अपने इस मित्र से पूछें कि उसने अपनी मां व बहन के चित्र नग्नावस्था में क्यों नहीं बनाए । अगर वो एसा करते तो हम मान लेते कि हुसैन वाक्य ही एक राक्षस है इसलिए सभ्यता संस्कृति को समझना उसके बस से बाहर है। पर सच्चाई यह है कि उसने हिन्दुओं की आस्था के केन्द्र सभी देवी-देवताओं के साथ-साथ भारत माता के अपमानजनक चित्र हिन्दूओं को अपमानित करने के लिए बनाए व अपनी मां बहन,बहन व फातिमा के चित्र पूरण बस्त्र पहने हुए बनाए। हम निजी तौर से हिन्दू देवियों को अपनी मां की तरह मानते हैं और जिस अबस्था मॆं उसने ये चित्र बनाए उसे देखकर एसे दुष्ट का अगर हमें कत्ल भी करना पड़े तो भी हम पीछे हटने बाले नहीं । रही बात आपके जैसे समर्थकों की तो उनसे तो हम यही कहेंगे कि वो वाक्य ही इतने खुले विचार वाले हैं तो जरा अपनी मां वहन बेटी की नग्न तस्वीर बनबाकर देखो तब पता चले कि कैसा दर्द होता है ।अगर एसा नहीं कर सकते तो बेहतर यही है कि ऐसे राक्षसों की पशु प्रवृति को बढ़ावा देकर हिन्दूओं को उस हद तक न ले जाओ जहां उनके पास हथियार उठाने के सिवा और कोई चारा न बचे ।
सदस्यता लें
संदेश (Atom)