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मोदीराज लाओ

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भारत बचाओ

सोमवार, 30 अगस्त 2010

NGOs के माध्यम से चर्च के भारत-विरोधी षड्यन्त्र- 5

संक्षेप में NGOS के मुख्य षडयन्त्र



1. हिन्दू समाज की कमजोरियों का उपयोग कर हिन्दूविरोधी-देशविरोधी महौल बनाकर स्थानीय व क्षेत्रीय संघर्ष पैदा कर भारत को खण्डित करना।


2. चर्च की पकड़ से बाहर के बुद्धिजीवियों के शोध ,प्रलेखन,सामग्री, प्रकाशित करना। उन्हें गोष्ठियों और सम्मेलनों आदि की सुविधायें देकर उन्हें चर्च के भारत विरोधी षडयन्त्रों में शामिल करना।


3. गैर धार्मिक नारों –जैसे गरीबों का विकास ,आम आदमी का विकास,पीड़ितों की गुलामी से मुक्ति व मूलगामी ढ़ांचे का निर्माण आदि के नाम पर नागरिकों का सहयोग प्राप्त करना। हिन्दूओं को आपस में लड़वाकर उनके एक हिस्से को देशविरोधी मुसलिमों व ईसाईयों के साथ मिलाकर उन्हें राष्ट्रवादी ताकतों के विरूद्ध केन्द्रित करना।


4. समस्याओं से ग्रसित लोगों को भड़काकर देश के विभिन्न हिस्सों में अलगाववादी अन्दोलन खड़े कर देश को विभाजित करने के प्रयत्न करना।


5. उत्तर-पूर्व (NORTH EAST) में अलग जनजातीय पहचान का नाम देकर ईसाई प्रभुत्व वाला हिस्सा काटकर अलग देश का निर्माण करना।


चर्च के इन्हीं षडयन्त्रों को अन्जाम देने के लिए टैरेसा को पहले मिटीया का उपयोग कर “ मदर टैरेसा ” के नाम से मसहूर किया गया बाद में “भारत रत्न ” दिलवाकर अन्य अलगाववादियों का हौसला बढ़ाया गया।


पशचिम वंगाल में नक्सलवाद व माओवाद की समस्या टैरेसा की ही देन है न कि कानू सन्याल, की जैसा कि प्रचारित किया जाता है। आज लालगढ़ में बह रहा हिन्दूस्थानियों का खून टैरेसा की मेहनत का ही परिणाम है। टैरेसा ने चर्च के आदेश पर इन्हीं NGOS के माध्यम से अलगाववादियों की फौज तैयार की । माओवादियों को आर्थिक मदद का सबसे बढ़ा स्त्रोत चर्च ही तो है।


राजीव गांधी नाम का NGO जिसकी प्रमुख एंटोनिया उर्फ सोनिया गांधी है । यह NGO भारत में ओपस-डी का प्रतिनिधित्व करता है मतलब उसके भारत विरोधी षडयन्त्रों को अनजाम देता है। ये NGO बिल्कुल वही काम करता है जैसा हैरीटेज फांउडेशन आफ वाशिंगटन करता है। आपको याद होगा कि इन्द्र कुमार गुजराल की सरकार से समर्थन वापस लोने के बाद एंटोनिया उर्फ सोनिया सीधे हैरीटेज फांउडेशन के सेमीनार में अगले आदेश प्रप्त करने गयी थी।


बोफोर्स दलाली कांड व CWG COMMON WEALTH GAMES में सारे भ्रष्टाचार की जड़ चर्च की एजैंट एंटोनिया है। कलमाड़ी जैसे लोगों के पास कुछ नहीं है सिवाय बदनामी के।


चर्च द्वारा संचालित इस हिन्दूविरोधी-देशविरोधी युद्ध का एक मात्र हल COUNTER ATTACK है। यही समय की पुकार है अगर राष्ट्र को बचाना है तो।
                                           मूल लेखक देवेन्द्र चौधरी  और सहयोगी
                                             संपादक सुनील दत्त































1 टिप्पणी:

honesty project democracy ने कहा…

बोफोर्स दलाली कांड व CWG COMMON WEALTH GAMES में सारे भ्रष्टाचार की जड़ चर्च की एजैंट एंटोनिया है। कलमाड़ी जैसे लोगों के पास कुछ नहीं है सिवाय बदनामी के।

इस पोस्ट के उपर्युक्त बात से सहमत हूँ ,इस देश में भ्रष्टाचार शीर्षस्थ स्तर पर घृणित रूप से फ़ैल चूका है और सरकार कुछ क्या ज्यादातर NGO को मजबूर कर सरकारी धन का उपयोग सरकार में बैठे भ्रष्ट और कुकर्मियों के हितों के लिए कर रही है ...

शर्मनाक है की असल मुद्दों पे जमीनी स्तर पर कुछ गिने चुने NGO है जो काम सच्चे मन और लगन से कर रहें हैं लेकिन उनको समुचित आर्थिक सहायता नहीं मिल रही है ....जबकि इन भ्रष्ट नेताओं द्वारा देश को लूटने और बर्बाद करने के लिए बनाये गए NGO पे सरकारी धन पानी की तरह बहा कर देश के खजाने को लूटा जा रहा है ...