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मोदीराज लाओ

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भारत बचाओ

मंगलवार, 30 नवंबर 2010

मनमोहन जो भी कमात है एंटोनिया डायन खाए जात है...


हमने ये शीर्षक कोई सनसनी पैदा करने के लिए नहीं वल्कि एक असलियत को सबके सामने रखने के लिए दिया है।इस बात में कोई सन्देह नहीं कि मनमोहन सिंह एक इमानदार अर्थसास्त्री हैं तो फिर क्या बजह है कि उनके सब प्रयत्नों के बाबजूद मंहगाई और भ्रष्टाचार भसमासुर की तरह आगे बढ़ते ही जा रहे हैं। बजह एक ही है कि जितने इमादार मनमोहन सिंह जी हैं उससे कहीं अधिक भ्रष्ट बईमान व कमीनी एडवीज एंटोनिया अलवीना माइनो उर्फ सोनिया गांधी है। परिणामस्वारूप जितनी इमानदारी से मनमोहन सिंह सरकार चलाना चाहते हैं उससे कहीं अधिक बईमानी की मांग एंटोनिया की जरूरतें करती हैं। पहले तो ये एंटोनिया सिर्फ अपने मित्र क्वात्रोची के लिए ही मनमोहन से गलत काम करवाती थी अब तो इस डकैत ने अपनी बहनों व अन्य रिस्तेदारों के लिए भी मनमोहन से काम करवाना शुरू कर दिया है। वेचारा मनमोहन प्रधानमन्त्री की कुर्सी के लालच में एंटोनिया के बिछाए जाल में इस हद तक उलझ चुका है कि अब सबकुछ वेसर्मी से सहन करने को मजबूर है।


आप और हम जिस मनमोहन से परिचित हैं उस मनमोन को तो सरकार बचाने के लिए विपक्ष के सांसदों को दिए गए धन का मामला सामने आने के बाद ही इसतीफा दे देना चाहिए था लेकि ऐसा नहीं हुआ वल्कि उसके बाद मनमोहन को इस गंदगी का मानो मजा आने लगा। हद तो तब हो गई जब CWG घोटाले में PMO का नाम सामने आया ।लेकिन नहीं मनमोहन के कान पर जूं तक न रेंगी । मनमोहन की वेशर्मी कह लो या लाचारी का सबसे बढ़ा प्रमाण तब सामने आया जब 2G spectrum घोटाले में माननीय न्यायालय ने मनमोहनखान की वेशर्मी की जमकर खिंचाई की पर फिर भी इस लाचार और गुलाम प्रधानमन्त्री ने इसतीफा देकर अपनी रही सही छवि बचाने की कतई कोशिस नहीं की। अब तो माननीय न्यायालय ने भ्रष्ट थामस को CVC बनाने पर भी इस गुलाम प्रधानमन्त्री की कलास लगा डाली लेकिन फिर भी ये जनाब टस से मस नहीं हुए। मन ही मन कह रहे होंगे हम जो भी कमात हैं सब एंटोनिया डायन खाए जात है....


2 टिप्‍पणियां:

SANJEEV RANA ने कहा…

bilkul this kaha aapne

kunwarji's ने कहा…

rahi sahi chaavi bachaane ki koshish to tab ho jab man me thodi bahut bhi gairat bachi ho,nirantar satta sukh ne ahankaar ko majbuti di huyi hai,ab to wo kjo bhi karenge thik hi karenge,or jab sab thik hai to khed ya maafi kaisi.....?istifa to bahut door ki baat hai!

pta nahi mannu ji ke putr aadi kaise bahaar nikal paate honge samaaj me.

kunwar ji,